ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में भर्ती दिल्ली की एक महिला पर्यटक की गर्भपात के कारण हालत नाजुक हो गई। इन्हें ओ नेगेटिव ब्लड की जरूरत थी। कोतवाली ऋषिकेश में तैनात उपनिरीक्षक शिव प्रसाद डबराल ने रक्तदान कर गंभीर मरीज महिला मरीज की जान बचाई। बड़ी बात यह है कि उप निरीक्षक डबराल का उस वक्त ब्लड प्रेशर हाई था। करीब दो घंटे तक उन्होंने प्रतीक्षा की। कई बार पानी पीने के बाद उन्होंने अपना ब्लड प्रेशर सामान्य किया और रक्तदान कर अपना कर्तव्य निभाया।
ऋषिकेश जनपद देहरादून में तैनात उपनिरीक्षक शिव प्रसाद डबराल को बुधवार की शाम सूचना प्राप्त हुई कि एम्स हास्पिटल ऋषिकेश में दिल्ली निवासी एक 25 वर्षीय महिला पर्यटक को गर्भपात हो जाने के कारण जान पर खतरा बन गया है। जिन्हें तत्काल चार यूनिट ओ नेगेटिव ब्लड की आवश्यकता है। काफी प्रयास करने के पश्चात भी ब्लड की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। जिस समय सूचना प्राप्त हुई उपनिरीक्षक शिव प्रसाद डबराल अपनी ड्यूटी पर थे।
मरीज की नाजुक स्थिति की जानकारी होने पर उप निरीक्षक शिव प्रसाद डबराल ने उच्चाधिकारियों को सूचित कर अपनी ड्यूटी से कुछ समय का अवकाश लेकर रक्तदान के लिए वह एम्स पहुंचे। एम्स हास्पिटल पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। जांच पाया गया कि उनका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है। महिला की बिगड़ी हालत को देखते हुए उप निरीक्षक डबराल ने तीन चार बार पानी पीकर और लगभग दो घंटे इंतजार करने के बाद ब्लड प्रेशर को सामान्य किया।
इसके बाद उन्होंने इस महिला के लिए रक्तदान किया। समय पर ब्लड की व्यवस्था हो जाने पर उक्त महिला पर्यटक को चिकित्सकों ने बचा लिया। उप निरीक्षक शिव प्रसाद डबराल का अपनी ड्यूटी के साथ-साथ सामाजिक कर्तव्य का निर्वहन करने पर उक्त महिला मरीज के परिवार जनों द्वारा आभार व्यक्त किया गया और उत्तराखंड पुलिस की भूरी भूरी प्रशंसा की गई।