देहरादून। रेल मंत्रालय ने नई दिल्ली से कोटद्वार और टनकपुर के लिए जिन दो ट्रेनों के संचालन को मंजूरी दी है, उनके नाम सिद्धबली और पूर्णागिरी एक्सप्रेस रखे जाएंगे। मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दे दी है। ये दोनों रेलगाड़ियां फरवरी के अंत तक शुरू हो सकती हैं।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख व मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी को यह जानकारी दी। बलूनी ने ही इन दोनों गाड़ियों के नाम स्थानीय भावनाओं, मान्यताओं और आस्थाओं के आधार पर रखने का सुझाव दिया था। रेल मंत्रालय ने उनके सुझाए नामों पर सहमति दे दी।
बलूनी के मुताबिक, रेल मंत्री ने संसद में भेंट के दौरान सांसद बलूनी को बताया कि उक्त दोनों नाम मंत्रालय ने स्वीकृत कर दिए हैं। सांसद बलूनी ने कहा कि उनके अनुरोध पर रेल मंत्रालय ने नई दिल्ली से कोटद्वार और नई दिल्ली से ही टनकपुर के लिए दो नई जनशताब्दी एक्सप्रेस चलाने की स्वीकृति दी है। वर्तमान में दोनों ट्रेनों के स्टॉपेज, रूट और टाइम टेबल पर तेजी से कार्य जारी है।
बलूनी ने बताया कि गोयल ने एक और सुखद समाचार दिया है। बताया है कि मंत्रालय का प्रयास है कि इसी माह के अंत तक दोनों ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाए। इसके लिए रेल मंत्रालय तेजी से कार्य कर रहा है। सांसद बलूनी ने केंद्रीय मंत्री का आभार प्रकट किया कि उन्होंने जन भावनाओं के आधार पर उपरोक्त नामों को स्वीकृति दी और साथ ही ट्रेनों के संचालन के लिए भी त्वरित निर्देश जारी किए हैं।
उनका कहना है कि बलूनी ने कहा कि मोदी सरकार आमजन की सेवा-सुविधा के लिए कृतसंकल्प है। मोदी सरकार के कालखंड में उत्तराखंड में रेल क्षेत्र में क्रांति हुई है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। नैनी-दून जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन गढ़वाल-कुमाऊं को निर्बाध सेवा दे रही है। रेल मंत्रालय काशीपुर-धामपुर नई रेल लाइन पर गंभीरता से आकलन कर रहा है।