इस दीपावली पर उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें चलाने वाली ड्राइवर, कंडक्टर और अन्य कर्मचारियों पर धनवर्षा होगी। परिवहन निगम ने इसके लिए दीपावली प्रोत्साहन योजना लांच की है। निगम ने फेस्टिवल सीजन में अधिक से अधिक आय अर्जित करने के लिए यह योजना शुरू की है।
निगम के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने बताया कि रोडवेज के ड्राइवर, कंडक्टर व तकनीकी कर्मचारियों के साथ ही संचालन से सीधे तौर पर जुड़े कर्मचारियों के लिए यह प्रोत्साहन योजना शुरू की गई है। यह योजना 11 दिन यानी 30 अक्तूबर से दस नवंबर तक लागू रहेगी।
निगम का मकसद है कि चार नवंबर को दीपावली, पांच नवंबर को गोवर्धन पूजा, छह नवंबर को भैया दूज पर निगम की सभी बसें पूरी क्षमता के साथ संचालित हों। इसके तहत जिन कर्मचारियों का साप्ताहिक अवकाश आएगा, वह बाद में दिया जाएगा। सभी को प्रोत्साहन राशि सीधे डिपो से ही नगद मिलेगी।
एक अवकाश लेकर 11 दिन ड्यूटी पर यह सौगात
– ड्राइवर-कंडक्टरों को मैदानी मार्ग पर 2750 किलोमीटर (प्रतिदिन औसत 250 किमी), मिश्रित मार्गों पर 2200 किलोमीटर (प्रतिदिन औसत 200 किमी) और पर्वतीय मार्गों पर 1980 किलोमीटर (प्रतिदिन औसत 180 किमी) बस चलानी होगी।
– इस अवधि में जो भी ड्राइवर-कंडक्टर 11 दिन की ड्यूटी करेंगे, उन्हें निगम एक-एक हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देगा।
– इस अवधि में जो कार्यशाला के तकनीकी कर्मचारी पूरे 11 दिन ड्यूटी करेंगे, उन्हें निगम 600 रुपये प्रति कर्मचारी प्रोत्साहन राशि देगा।
– इस अवधि में कार्यशाला में जो आउटसोर्स कर्मचारी 11 दिन की ड्यूटी करेंगे, उन्हें निगम 500 रुपये प्रति कार्मिक प्रोत्साहन राशि देगा।
– डिपो के संचालन में सीधे तौर पर जुड़े डीजल, बैग, चेकिंग, कैशियर व समयपाल लिपिकों को भी इस अवधि में 11 दिन ड्यूटी पर 500-500 रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
– जो ड्राइवर, कंडक्टर दीपावली के त्यौहार के दौरान दो नवंबर, तीन नवंबर, पांच नवंबर और छह नवंबर यानी चार दिन मैदानी मार्ग पर 1850 किमी, मिश्रित मार्ग पर 1400 किमी और पर्वतीय मार्गों पर 1000 किमी वाहन चलाएगा, उसे निगम अलग से एक-एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देगा।
– इस अवधि में उच्च आय हासिल करने वाले तीन डिपो के सहायक महाप्रबंधकों और उपाधिकारियों को निगम अलग से प्रोत्साहित करेगा।
सबसे कम आय वालों पर गिरेगी गाज
परिवहन निगम ने इस प्रोत्साहन योजना में कम आय करने वालों पर सख्ती का प्रावधान भी किया है। इसके तहत हर डिपो में आय प्राप्ति की समीक्षा की जाएगी। इस समीक्षा में सबसे कम आय देने वाले पांच ड्राइवर-कंडक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।