देहरादून। कोरोना मरीजों के लिए कारगर साबित हो रही प्लाज्मा थैरेपी से अब जल्द ही दून अस्पताल में भी इलाज मिल सकेगा। इसके लिए यहां मशीन लग गई है। प्रदेश में पहले ही सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी और एम्स ऋषिकेश में यह सुविधा प्रारंभ हो चुकी है।
प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अभी तक प्रदेश में 7800 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इनमें 90 लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना संक्रमण और मौत के बढ़ते मामले सरकार और शासन की पेशानी पर बल डाले रहे हैं। दरअसल, कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं जिनमें मरने वालों में पहले कोई और बीमारी नहीं थी। ऐसे में अब सरकार कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए प्रदेश में एक समान गाइडलाइन से काम कर रही है। मरीजों के संक्रमण को ठीक करने में प्लाज्मा थैरेपी काफी कारगर साबित हुई है। शुरूआत में इस थैरेपी को शुरू करने के लिए डोनर मिलने की दिक्कतें आ रही थी लेकिन अब काफी हद तक यह समस्या दूर हो चुकी है। प्लाज्मा थैरेपी से सुशीला तिवारी अस्पताल, हल्द्वानी और एम्स ऋषिकेश में काफी सफल इलाज भी चल रहा है। अब यह व्यवस्था देहरादून के दून अस्पताल में भी लागू की जा रही है। इसके लिए यहां मशीन भी लगाई चुकी है।
सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी का कहना है कि प्लाज्मा थैरेपी कोराना के इलाज में काफी कारगर साबित हुई है। अब देहरादून के दून अस्पताल में भी इसकी शुरूआत की जा रही है। जल्द ही यहां भी प्लाज्मा थैरेपी से इलाज हो सकेगा। इसके अलावा कुछ और जगह के लिए जल्द ही मशीनें मंगवाई जाएंगी।