देहरादून। सेवा से हटाए जाने पर दून अस्पताल में धरना देने वालों पर अस्पताल प्रबंधन ने शिकंजा कसा है। अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन पर रोक लगा दी है।
अस्पताल प्रबंधन की ओर से इस बाबत अस्पताल के बाहर बोर्ड लगाया गया है, जिस पर लिखा है कि यह धरना प्रदर्शन वर्जित क्षेत्र है। अस्पताल परिसर में किसी भी प्रकार का धरना प्रदर्शन ध्वनि प्रदूषण नहीं होगा जो मरीजों को नुकसान पहुंचाता है। ऐसी गतिविधियां जो चिकित्सालय के नर्स पैरामेडिकल और कर्मचारी के कार्य में रूकावट हो उसमें आईपीसी की धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी। उधर धरना दे रहे कर्मचारियों ने इसे लेकर आक्रोश जताया है। डिप्टी एमएस डाॅक्टर धनंजय डोभाल ने बताया कि धरने की वजह से मरीजों को परेशानी होती है इसलिए धरना यहां पर वर्जित किया गया है। उधर, अस्पताल में आउटसोर्स पदों से निकाले गए कर्मारियों ने आंदोलन को उग्र कर दिया है। वह 31 मार्च को सचिवालय कूच करने की तैयारी में है। स्टेट फ्रंटलाइन हेल्थ केयर यूनियन अध्यक्ष संजय कोरंगा ने कहा कि उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट को पत्र लिखकर सचिवालय कूच की अनुमति मांगी है। कूच दून अस्पताल की ओपीडी से शुरू करने की बात पत्र में लिखी है।