देहरादून। दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय से बुधवार शाम एक कोरोना संक्रमित मरीज भाग गया। मरीज मानसिक रूप से बीमार है और एक दिन पहले उसने वार्ड ब्वॉय से मारपीट भी की थी। कोरोना संक्रमित के अस्पताल से चंपत होने की सूचना मिलने पर अस्पताल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।
प्रबंधन ने इसकी सूचना उच्च अधिकारियों के साथ ही पुलिस को भी दी। अस्पताल के कर्मचारी भी अपने स्तर पर उसकी खोज में जुट गए। कई घंटे ढूंढने के बाद मरीज हरिद्वार रोड पर मिला। अस्पताल के कार्मिकों ने बामुश्किल उसे घेरकर एंबुलेंस में बैठाया और अस्पताल लाए।
सहारनपुर निवासी 27 वर्षीय एक युवक को दो जून को अस्पताल में भर्ती किया गया था। बताया गया कि युवक कुछ साल पहले तक सिविल सेवा की तैयारी कर रहा था। सफलता नहीं मिलने के कारण वह दिमागी तौर पर परेशान रहने लगा। मानसिक स्थिति बिगड़ने पर परिजनों ने उसे ईसी रोड स्थित एक पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया था। जहां कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे दून अस्पताल लाया गया।
अस्पताल के वार्ड नंबर-14 में भर्ती यह युवक बुधवार शाम करीब पांच बजे वार्ड का दरवाजा तोड़ भाग निकला। जिससे अस्पताल में हड़कंप मच गया। एक दिन पहले भी उसने अस्पताल के वार्ड ब्वॉय की पिटाई कर दी थी। वह काफी हिंसक हो गया था और चिकित्सकों व स्टाफ ने कई घंटे की मशक्कत के बाद उस पर काबू पाया था।
नर्सिंग स्टाफ ने मरीज के भाग जाने की सूचना अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री को दी। अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। मरीज को अस्पताल परिसर व बाहर कई जगह ढूंढा गया, मगर वह मिला नहीं।
बाद में अस्पताल के एमआरआइ इंचार्ज महेंद्र भंडारी, एमआरआइ असिस्टेंट गौरव और जनसंपर्क अधिकारी संदीप राणा उसे ढूंढते हुए हरिद्वार रोड की तरफ पहुंचे तो वह एक निजी नर्सिंग होम के ठीक सामने खड़ा था। इसके बाद कार्मिकों ने उसे घेरकर अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस का वाहन लेकर भागने का किया प्रयास
कोरोना संक्रमित ने मौके पर दून अस्पताल कर्मियों से हाथापाई की। कुछ ही देर में पुलिस वहां पहुंच गई। इससे पहले कि युवक को काबू किया जाता, वह पुलिस वाहन में चढ़ गया। उसने गाड़ी स्टार्ट कर भागने का प्रयास भी किया। अच्छी बात यह रही कि वह हैंडब्रेक हटाना भूल गया। काफी मशक्कत के बाद युवक को एंबुलेंस में चढ़ाया गया। पुलिस वाहन मौके पर ही छोड़ दिया गया है ताकि उसे सेनिटाइज किया जा सके। युवक को अस्पताल में अब अलग वार्ड में भर्ती किया गया है।