देहरादून। लॉकडाउन की लंबी अवधि के चलते यहां फंसे लोग किसी न किसी बहाने से बाहर निकलने को आतुर हैं। इसके लिए निरंतर पास के लिए आवेदन भी किए जा रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने ताजा स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि दून रेड जोन घोषित है और यहां से किसी को भी ग्रीन जोन में जाने की अनुमति नहीं है। बिना किसी आपात स्थिति के ऐसे 19 हजार 906 पास जिला प्रशासन निरस्त कर चुका है।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि पास के लिए अब तक 33 हजार 483 आवेदन आ चुके हैं। इसमें से 11 हजार 826 आवेदन को ही अनुमति दी गई है। बहुत ही आपात स्थिति, सिर्फ गंभीर स्वास्थ्य व प्रसव के मामलों में ही जाने की अनुमति दी जा रही है। यह अनुमति भी इस शर्त के साथ दी जा रही है कि संबंधित व्यक्ति होम या संस्थागत क्वारंटाइन (परिस्थिति के अनुसार) में रहेंगे। जिलाधिकारी ने अपील की है कि लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन करें और धार्मिक क्रिया-कलाप भी घर पर रहकर करें। क्योंकि लॉकडाउन में होने वाली कार्रवाई बाद में बहुत भारी पड़ेगी, इसे हल्के में कतई न लें। सार्वजनिक स्थल पर मास्क न पहनना भी कार्रवाई की श्रेणी में आ गया है।
10 उद्योगों के 313 कार्मिकों को पास जारी
जिला प्रशासन के अनुसार लॉकडाउन में सशर्त छूट प्राप्त उद्योग प्रतिष्ठानों के कार्मिकों को भी पास जारी किए जा रहे हैं। शनिवार को ऐसे 313 कार्मिकों को आवागमन संबंधी पास दिए गए। वहीं, मनरेगा के 230 कार्यो में 2038 लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया गया है। इसके साथ ही 14 विभिन्न ग्राम पंचायतों में जन जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए गए।
पौने दो लाख का सर्वे, एक भी संदिग्ध नहीं
शनिवार को कम्युनिटी सर्विलांस की टीम ने दूसरे चरण में एक लाख 72 हजार 144 लोगों के स्वास्थ्य का सर्वे किया। अच्छी बात रही कि एक भी व्यक्ति को कोरोना जैसे लक्षण नहीं मिले। इसमें 43 टीम ने 256 लोगों का फोन पर भी हाल जाना। दूसरी तरफ 143 लोगों ने डॉक्टर की पर्ची पर खांसी, जुकाम व बुखार की दवा ली। इनकी जानकारी निगरानी के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी को भेज दी गई है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम की व्यवस्था में लगे कार्मिकों को भी निरंतर सुरक्षा संसाधन दिए जा रहे हैं। इस क्रम में 89 एन-95 मास्क, 1585 ट्रिपल लेयर मास्क, 50 पीपीई किट व 56 सेनिटाइजर दिए गए। साथ ही 31 कार्मिकों को कोरोना से सुरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया गया।