अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही तेज नम हवाओं ने राज्य में मैदान से लेकर पहाड़ तक मौसम का मिजाज बदल दिया है। सोमवार को मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश शुरू हुई जो मंगलवार सुबह तक जारी रही। कई जगह अभी भी हल्की बारिश जारी है। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक सभी जगह हल्की बारिश से मौसम सुहावना हो गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अगले 24 घंटे में देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में भारी बारिश के साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है।राज्य के ज्यादातर पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही तेज बौछार पड़ने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. रोहित थपलियाल के मुताबिक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नम हवाओं का आना जारी है, जिसके चलते पर्वतीय राज्यों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। राज्य के ज्यादातर पर्वतीय क्षेत्रों में तेज बौछार के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी संभावना जताई गई है।
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे सोमवार को भूस्खलन होने से बंद हो गया था। हाईवे का 40 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया है। एनएच के अधिकारियों के अनुसार, दोपहर तक राजमार्ग को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। उधर, हाईवे बंद होने से रुद्रप्रयाग व चमोली जिले में जरूरी वस्तुओं की सप्लाई भी ठप हो गई है।
जिला मुख्यालय से लगभग आठ किमी दूर रविवार रात को हुई मूसलाधार बारिश के बाद पहाड़ी से लगे 200 मीटर क्षेत्र में हुए भारी भूस्खलन के कारण बंद हो गया था। समस्या के चलते हाईवे पर दो तरफा यातायात बंद हो गया था। ऑल वेदर रोड़ परियोजना में निर्माणाधीन होने के कारण इस क्षेत्र में हाईवे पहले से संवेदनशील बना है। लगभग 100 मीटर हिस्से में पहाड़ी से भारी मलबा व बोल्डर हाईवे पर गिरे हुए हैं।
भारी मलबे से पुश्ते का 40 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया है। सोमवार सुबह 6 बजे से एनएच व ऑलवेदर रोड परियोजना में कार्य कर रही कार्यदायी संस्था द्वारा मलबा सफाई का कार्य शुरू किया गया, लेकिन मंगलवार सुबह तक भी हाईवे पर यातायात बहाल नहीं हो पाया है। दूसरी तरफ हाईवे के अवरुद्ध होने से रुद्रप्रयाग व चमोली जिले में अखबार, दूध, ब्रेड, सब्जी की सप्लाई नहीं होने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
खांकरा से दो किमी आगे सम्राट होटल के समीप हाईवे पर भूस्खलन हुआ था। जिस कारण सड़क का 40 मीटर हिस्सा भी पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। मलबा सफाई के बाद ध्वस्त हुए क्षेत्र में ऊपरी तरफ नई कटिंग कर सड़क बनाकर वाहनों की आवाजाही कराई जाएगी। मंगलवार दोपहर तक यातायात सुचारु करने की कोशिश की जा रही है।
– ईई बलराम मिश्रा, राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड लोनिवि