बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने कहा कि आजकल खेलों में उपलब्धियों का दौर है। मैंने उत्तराखंड क्रिकेट टीम को मान्यता देने की वकालत की थी। 19 साल का वनवास दो वर्ष पहले खत्म हुआ। अब हम देवभूमि उत्तराखंड को क्रिकेट भूमि बनाने का प्रयास करेंगे।
रविवार को बीसीसीआई के सचिव जय शाह और उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला देहरादून पहुंचे और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की ओर से देर शाम आईएसबीटी के समीप स्थित एक होटल में आयोजित वार्षिक खेल पुरस्कार समारोह मेें शिरकत की। जय शाह ने कहा कि बीसीसीआई उपाध्यक्ष रहने के दौरान महिम वर्मा ने पद छोड़कर प्रदेश के लिए काम करने की इच्छा जताई। ऐसे बहुत कम लोग हैं जो बीसीसीआई छोड़कर राज्य में जाना चाहे। अब मैं उत्तराखंड का प्रभारी बना हूं। आप लोगों को मुझसे बहुत उम्मीद होगी। उत्तराखंड में अपना भव्य स्टेडियम बनाएंगे। भविष्य में मैच आवंटित कर राज्य को आगे बढ़ाएंगे।
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि बीसीसीआई और उनसे संबद्ध टीमें हर साल 55 हजार मैच करती हैं। बीसीसीआई में उत्तराखंड को पूरा सम्मान मिलता है। जिस तरह से राज्य आगे बढ़ रहा है, उससे अगले कुछ वर्षों में प्रदेश की कई प्रतिभाओं को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका मिलेगा।
सीएयू के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला ने कहा कि प्रदेश में खेल सुविधाएं विकसित करने की जरूरत है। अपना मैदान, एकेडमी होंगी तो अगले पांच साल में कई क्रिकेटर भारतीय टीम में खेलते हुए दिखेंगे। इस बीच उनकी जुबान भी फिसली। उन्होंने कहा कि अभिमन्यु ईश्वरन मद्रास से खेलते हैं, जबकि अभिमन्यु बंगाल से खेलते हैं। कार्यक्रम को सचिव महिम वर्मा ने भी संबोधित किया। सीएयू के पूर्व अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।