देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम को लेकर सुझाव देने में अजय भट्ट ने कर दी देरीः सीएम रावत

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देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम को लेकर सुझाव देने के मामले में पार्टी सांसद अजय भट्ट ने थोड़ा देरी कर दी। साथ ही यह भी जोड़ा कि सांसद के वक्तव्य को तोड़ मरोड़कर भी दिखाया गया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में एक सवाल पर यह बात कही। बता दें कि एक रोज पहले शनिवार को सांसद एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि था कि मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सरकार को यह अधिनियम फिलहाल स्थगित कर देना चाहिए।

विभागों में भर्ती पर नहीं कोई रोक

मुख्यमंत्री ने एक सवाल पर कहा कि कोविड के कारण राज्य को भी आर्थिक नुकसान हुआ है। राज्य सरकार ने सीमित संसाधनों में भी बेहतर आर्थिक प्रबंधन किया है। उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों में भर्ती, स्वरोजगार का जो वायदा जनता से किया गया है, उसके अवसर जनता को निरंतर मिलते रहेंगे। उन्होंने साफ किया कि सरकारी विभागों में भर्ती पर कोई रोक नहीं है और यह प्रक्रिया निरंतर चल रही है। उन्होंने कहा कि प्रवासियों समेत अन्य लोगों को स्वरोजगार मुहैया कराने के दृष्टिगत सभी विभागों से 10 दिन में यह जानकारी मांगी गई है कि स्वरोजगार देने को उनके द्वारा क्या योजना बनाई गई है। इस बारे में विभागीय सचिवों को आदेश दिए गए हैं।

बरसात में विशेष सावधानी जरूरी

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में बरसात का सीजन है और विशेषज्ञों की राय है कि नमी बढने पर कोरोना वायरस की ग्रोथ भी बढ़ती है। इसके साथ ही ये बात भी आ रही है कि कोरोना वायरस पांच माइक्रोन तक हो सकता है, जिससे हवा में इसके फैलने की गति बढ़ सकती है। इस सबको देखते हुए बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। जरा सी लापरवाही कोरोना को निमंत्रण देने जैसी है। यह समझना होगा कि कोविड का अभी कोई इलाज नहीं है। लिहाजा, पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है, अन्यथा बड़ा संकट खड़ा हो सकता है। उन्होंने कोरोना संक्रमित हुए सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की।

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