देहरादून। तीन माह के इंतजार के बाद आज (शनिवार) देहरादून रेलवे स्टेशन से ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई। शुक्रवार को एडीआरएम के नेतृत्व में मुरादाबाद से निरीक्षण करने पहुंची इंजीनियरों की टीम ने स्टेशन और ट्रैक को पूरी तरह दुरुस्त पाया। इस पर रेलवे मुख्यालय से ट्रेनों की आवाजाही को हरी झंडी मिल गई।
देहरादून रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म के विस्तारीकरण का कार्य पिछले 10 नवंबर से चल रहा था। सात फरवरी कार्य की डेडलाइन तय की थी। इस बीच स्टेशन पर पांच नंबर और तीन नंबर दो नए प्लेटफार्म बनाए गए। नए तीन नंबर प्लेटफार्म के लिए पुल का निर्माण, शेड बदलने, नए वाटर सिस्टम लगाने और साज सज्जा आदि के कार्य भी किए गए।
शुक्रवार को मुरादाबाद रेल मंडल से एडीआरएम (इन्फ्रा) एनएन सिंह के साथ इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल और सिग्नल आदि से जुड़े इंजीनियरों की टीम सड़क मार्ग से देहरादून पहुंची। उन्होंने स्थानीय रेलवे अधिकारियों और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के साथ स्टेशन के अलावा ट्रैक, सिग्नल और पावर केबिन आदि का निरीक्षण किया। इस दौरान स्टेशन निदेशक गणेश चंद ठाकुर, स्टेशन अधीक्षक एसडी डोभाल, मुख्य वाणिज्य निरीक्षक एसके अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
काम की ढिलाई पर जताई नाराजगी
एडीआरएम ने कुछ कार्यों में ढिलाई पर कार्यदायी संस्था के प्रति नाराजगी जताई। उन्होंने वाशिंग लाइन में ट्रेनों की धुलाई, मरम्मत और अन्य कार्यों पर नजर रखने के लिए कैमरों के न होने पर नाराजगी जताई। प्लेटफार्म पर टाइल्स बिछाने, घिसाई और अन्य कार्य पूरे न होने पर जवाब तलब किया। उन्होंने कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
आज आएंगी ये ट्रेनें
नंदा देवी एक्सप्रेस, हावड़ा एक्सप्रेस, मसूरी एक्सप्रेस, लाहौरी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, काठगोदाम से आने वाली नैनी जनशताब्दी एक्सप्रेस, लिंक एक्सप्रेस, राफ्ती गंगा एक्सप्रेस, बांद्रा और नई दिल्ली-दून जनशताब्दी एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय पर आएंगी। फिर यहां से रवाना होंगी। जबकि सुबह डीएलएस (देहरादून-लक्सर-सहारनपुर) एक्सप्रेस देहरादून से रवाना होगी और शाम को वापस आएगी।
हर ट्रेन में 300 अतिरिक्त सीटें
एडीआरएम एनएन सिंह ने बताया कि शनिवार से ट्रेनों की आवाजाही की पूरी तैयारी है। पहले आमतौर पर देहरादून से 13 कोच की ट्रेनें चलती थी। अब 18 कोच की ट्रेनें चलेंगी। इससे हर ट्रेन में 300 से ज्यादा अतिरिक्त यात्री सफर कर सकेंगे। अब ज्यादा कोच की ट्रेनें चलेंगी तो अधिक यात्रियों को सुविधाएं होंगी। भविष्य में नई ट्रेन चलाने पर विचार हो सकता है।