देहरादून। करीब एक माह बाद आरटीओ दफ्तर में मंगलवार से फिर काम शुरू होने जा रहा। जिसमें नए वाहनों के पंजीकरण, अस्थायी परमिट और सीज वाहनों को छोड़ने जैसे कार्य करने की मंजूरी आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई ने दी है। हालांकि, दफ्तर में आमजन का प्रवेश अभी बंद रहेगा और सिर्फ अति आवश्यक कार्यों को ही किया जाएगा।
आरटीओ पठोई ने बताया कि वर्तमान में दफ्तर का ज्यादातर स्टॉफ कोविड ड्यूटी में लगा हुआ है। इनमें कईं कार्मिकों की ड्यूटी ऑक्सीजन सप्लाई या एजेंसियों पर लगी है, जबकि कुछ कार्मिक चेकपोस्ट पर लगे हुए हैं। कार्य बंद होने से बैकलॉक काफी बढ़ा हुआ है। नए वाहनों के पंजीकरण नहीं हुए हैं, जबकि जिन्हें अस्थायी परमिट ले बाहर जाना होता है, वे भी नहीं जा पा रहे। साथ ही सीज किए वाहनों को छुड़ाने को लेकर उनके मालिक भी परेशान हो रहे। प्रशासन ने मौजूदा समय में पचास फीसद कार्मिकों के साथ दफ्तर संचालन की अनुमति दी हुई है।
ऐसे में मंगलवार से अति आवश्यक के तहत होने वाले कार्य शुरू करने की मंजूरी दी गई है। दफ्तर के प्रशासनिक अधिकारी दौलत पांडेय, मुख्य सहायक देवेंद्र सिंह मनवाल व बृजमोहन सिंह रावत की ड्यूटी मंगलवार से नए वाहनों के पंजीकरण शाखा में लगाई गई है। मुख्य सहायक नरेश चंद्र पंत व कार्यालय सहायक शिवानी मुंगरा को कैश शाखा में जबकि विनोद चमोली व निकेतिका गुंसाई को सामान्य प्रशासन एवं अस्थायी पंजीयन में तैनात किया गया है।
फहीम अहमद व अनूप सिंह को प्रवर्तन अनुभाग में सीज वाहनों को छोडऩे संबंधी कार्य के लिए तैनात किया गया है। इसके साथ ही प्रदीप मंद्रवाल को अस्थायी परमिट देने के लिए परमिट शाखा में तैनात किया गया है। बृजमोहन सिंह की वर्तमान में ड्यूटी अंबिका गैस एजेंसी में थी, उनकी जगह कृष्ण चंद पनेरू की ड्यूटी एजेंसी में लगाई गई है। प्रदीप मंद्रवाल को एजेंसी की रात्रि ड्यूटी से मुक्त किया गया है।