देहरादून। उत्तराखंड में प्री-मानसून ही परीक्षा लेता प्रतीत हो रहा है। देहरादून में बारिश तीन वर्ष बाद जून में इतनी बारिश देखने को मिली है। बीते 24 घंटे में दून में 54.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। जबकि इससे पहले वर्ष 2017 में 26 जून को 177 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। मौसम विभाग के अनुसार आगामी तीन दिन प्रदेश के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश की आशंका है। विभाग ने इसके लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम के मिजाज को देखते हुए शासन ने भी संबंधित जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश में बुधवार देर रात मौसम का मिजाज बदलने से चिलचिलाती गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन मुसीबतों का दौर भी शुरू हो गया। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक बारिश के चलते कई जगह मलबा आने से सड़कें बंद हो गईं। देहरादून के निकट मालदेवता में भूस्खलन के चलते मलबा आने से टिहरी जाने वाला मार्ग बंद हो गया है। मलबा कई घरों में घुस गया और इससे खेतों को भी नुकसान पहुंचा है।
इधर कुमाऊं के पिथौरागढ़ में बारिश के बीच पहाड़ी दरकने से कैलास-मानसरोवर मार्ग भी बंद हो गया है। इसके अलावा पिथौरागढ़ जिले में ही टनकपुर-तवाघाट हाईवे पर कनालीछीना के पास बंद है। चम्पावत में धौन के पास और अल्मोड़ा-घाट मार्ग पर भी मलबा आने से यातायात ठप है।
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के पिथौरागढ़, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, देहरादून, चम्पावत, नैनीताल, अल्मोड़ा और टिहरी में भारी बारिश हो सकती है। मैदानी जिलों में बारिश के साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है।