देहरादून। कोरोना की दूसरी लहर में मैदानी क्षेत्रों में संक्रमण दर में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है, जबकि विभिन्न पर्वतीय जिलों में अभी संक्रमण दर चिंता का सबब बनी है। हालांकि, दून के दूरस्थ व ग्रामीण क्षेत्रों में हालात उतने चिंताजनक नहीं दिख रहे। दून के ग्रामीण क्षेत्रों में 16 मई से 28 मई के बीच कराई गई रैपिड एंटीजन जांच में संक्रमण दर 3.69 फीसद दर्ज की गई है। इसी अवधि में पूरे जिले की औसत दर 8.94 फीसद रही।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि चकराता-त्यूणी, कालसी, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर व डोईवाला के ग्रामीण क्षेत्रों में बीते 13 दिन में 12 हजार 987 व्यक्तियों की जांच की गई। इनमें 480 व्यक्ति संक्रमित पाए गए। सर्वाधिक 262 व्यक्ति चकराता व त्यूणी क्षेत्र में संक्रमित पाए गए। हालांकि, यहीं जांच भी सर्वाधिक की गई। अब चकराता-त्यूणी में भी कोरोना के काफी कम मामले सामने आ रहे हैं। शेष क्षेत्रों में भी शुरुआती दिनों में मामले सामने आते रहने के बाद अब कई दिन शून्य मामले भी सामने आ रहे हैं।
28 मई को सहसपुर के पुरोहितवाला क्षेत्र में 114 व्यक्तियों की जांच की गई थी। यहां किसी में भी कोरोना का संक्रमण नहीं पाया गया। जहां भी संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, वहां तेजी से एंटीजन जांच की जा रही है। ताकि वायरस के अधिक लोड वाले व्यक्तियों की तत्काल पहचान कर उन्हें आइसोलेट किया जा सके। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में रोस्टर बनाकर 45 व इससे अधिक उम्र के व्यक्तियों का तेजी से टीकाकरण भी किया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण की स्थिति (16 से 28 मई)
चकराता-त्यूणी, 262
विकासनगर, 74
रायपुर, 61
डोईवाला, 51
सहसपुर, 46
कालसी, 32
एक दिन में पाए गए सर्वाधिक मामले
चकराता-त्यूणी, 38 (20 मई)
विकासनगर, 18 (18 व 19 मई को 18-18 मामले)
रायपुर, 17 (22 मई)
डोईवाला, 20 (21 मई)
सहसपुर, 14 (19 मई)
कालसी, 13 (22 मई)