गणतंत्र दिवस के मौके पर मंगलवार को देहरादून के परेड ग्राउंड में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने ध्वजा रोहण कर राज्य को संबोधित किया.
कार्यक्रम की शुरूआत सुबह 10:30 बजे ध्वजारोहण के साथ हुई। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत परेड ग्राउंड में ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। इससे पहले उन्होंने मुख्यमंत्री आवास में तिरंगा फहराया।
फिर उन्होंने भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यहां से वह परेड ग्राउंड पहुंचे। उन्होंने भारत विकास परिषद के सामूहिक वंदेमातरम गायन में भी शिरकत की।
गणतंत्र दिवस के मौके पर मंगलवार को परेड मैदान में होने वाले मुख्य आयोजन में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने ध्वजारोहण किया। आयोजन संबंधी सभी तैयारियां सोमवार रात को पूरी कर ली गईं थीं। इसके पहले दिन में जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अधिकारियों के साथ परेड ग्राउंड पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया था।
जिलाधिकारी डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि परेड में इस बार उद्यान विभाग, एमडीडीए, एसडीआरएफ, स्मार्ट सिटी, आईसीडीएस, उरेडा, एनआरएलएम, उद्योग, स्वास्थ्य आदि विभागों की झांकियां हैं। कार्यक्रम में इस वर्ष फ्रंट लाइन कोविड वर्कर्स को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है।
सेना, पीएससी, पुलिस और होमगार्ड की रैतिक परेड भी हुई। इस दौरान संक्षिप्त सांस्कृतिक कार्यक्रम केवल संस्कृति विभाग की ओर से ही प्रदर्शित किए गए। आयोजन में ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से ही दर्शकों को प्रवेश दिया गया है।
लोगों को ऑनलाइन पंजीकरण की प्रति अपने साथ लेकर आनी थी। डीएम ने सभी दर्शकों से कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 के सुरक्षा मानकों, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन का ध्यान रखने की अपील की है।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने प्रदेशवासियों से गणतंत्र दिवस पर न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के प्रति संकल्प को दोहराने का आग्रह किया है।
शुभकामना संदेश में राज्यपाल ने कहा कि गणतंत्र दिवस महात्मा गांधी और संविधान के प्रमुख शिल्पी बाबा साहब आंबेडकर सहित सभी महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, संविधान निर्माताओं, देश की सीमाओं की रक्षा तथा आंतरिक सुरक्षा के लिये दिन-रात तैनात रहने वाले सेना और सुरक्षा बलों के जवानों को नमन करने का दिन है।
राज्यपाल ने कहा कि पिछला एक वर्ष कोरोना महामारी के कारण सभी के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहा है। इस महामारी के खिलाफ उत्तराखंड सहित पूरे देश ने आत्मविश्वास और संकल्प का प्रदर्शन किया। 16 जनवरी से विश्व का सबसे बड़ा कोविड टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो चुका है। उत्तराखंड में भी कोविड के मामलों में बहुत कमी आई है।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड की खुशहाली के लिए जरूरी है कि यहां की महिलाओं, युवाओं, किसानों, व्यापारियों सहित सभी वर्गों और समुदायों के लोगों को आगे बढ़ने के समान अवसर मिले। प्रदेश सरकार ने आत्म निर्भर उत्तराखंड का निर्माण करने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं।