देहरादून। दून में कोरोना वायरस लगातार घातक होता जा रहा है और व्यवस्थाएं पटरी पर आने का नाम नहीं ले रहीं। संक्रमण की दिनोंदिन बढ़ती रफ्तार और अस्पतालों में आइसीयू व ऑक्सीजन बेड की कमी के बीच देहरादून में पल्स ऑक्सीमीटर की भी किल्लत हो गई है। बाजार में पल्स ऑक्सीमीटर ढूंढने से भी नहीं मिल रहा है। इसके लिए मरीजों के तीमारदार एक से दूसरे मेडिकल स्टोर पर भटक रहे हैं। इस संबंध में दुकानदारों का कहना है कि पीछे से ही ऑक्सीमीटर की आपूर्ति नहीं मिल रही।
घर में आइसोलेट मरीजों के लिए पल्स ऑक्सीमीटर बेहद जरूरी है। जिससे वह समय-समय पर अपने शरीर में ऑक्सीजन का स्तर जांच सकें और स्थिति गंभीर होने से पहले उन्हें अस्पताल पहुंचाया जा सके। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से हो रही बढ़ोतरी ने ऑक्सीमीटर की मांग भी कई गुना तक बढ़ा दी है। खासकर दून में, जहां सबसे ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। इसके मुकाबले आपूर्ति अभी भी पूर्ववत है। यही कारण है कि दून के बाजार में ऑक्सीमीटर ढूंढने से भी नहीं मिल रहा। होलसेल केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष मनीष नंदा ने बताया कि पिछले तीन दिन से ऑक्सीमीटर की कमी चल रही है। पीछे से ही इसकी आपूर्ति ठप है। इस कारण यह बाजार में उपलब्ध नहीं है।
दाम में भी हुई बढ़ोतरी
कोरोना की दूसरी लहर आने से पहले दून में पल्स ऑक्सीमीटर 800 से 900 रुपये के बीच मिल रहा था। अब मांग बढ़ने पर दुकानदारों ने इसके दाम भी बढ़ा दिए हैं। जहां कहीं भी ऑक्सीमीटर उपलब्ध है, वहां इसके लिए दो से ढाई हजार रुपये तक वसूले जा रहे हैं।