देहरादून। दून के महापौर सुनील उनियाल गामा को जर्मनी की इकली काउंसिल ने अपनी कार्यकारी परिषद में विशेष सलाहकार मनोनीत किया है। यह समिति वर्ष 2021 से 2024 तक कार्य करेगी। महापौर गामा के साथ इसमें शिमला के महापौर सत्या कुंडल व दक्षिणी दिल्ली के महापौर यास्मीन किदवई को भी विशेष सलाहाकार बनाया गया है। महापौर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि यह सूबे व दून शहर की जनता का सम्मान है।
महापौर ने बताया कि जर्मनी की इकली काउंसिल कईं देश में कूड़ा प्रबंधन के क्षेत्र में काम करती है। काउंसिल की ओर से हर चार साल के लिए नई समिति बनाई जाती है। इसमें अलग-अलग श्रेणी होती है। इस बार समिति में भारत के तीन महापौर विशेष सलाहाकार के रूप में मनोनीत किए गए हैं। काउंसिल की ओर से महापौर को व्यक्तिगत फोन कर कार्यकारी परिषद की जानकारी दी गई। इकली काउंसिल की ओर से कईं देश में कूड़ा निस्तारण व उसके प्रबंधन के लिए वित्तीय व तकनीकी मदद दी जाती है। नई जिम्मेदारी पर महापौर गामा ने कहा कि वह विशेष सलाहकार के तौर पर जो जिम्मेदारी उन्हें दी गई है, वह इसका बेहतर तरीके से अनुपालन करेंगे। इसके साथ ही कूड़े का निस्तारण व प्रबंधन कैसे हो, इस पर अपने बेहतर सुझाव देंगे।
नए वार्डों में शुरू होगा कूड़ा उठान
स्वच्छता सर्वेक्षण को देखते हुए नगर निगम ने नए वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़े का उठान जल्द शुरू करने का फैसला किया है। महापौर सुनील उनियाल गामा ने कूड़ा उठान व सर्वेक्षण को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। महापौर ने एक महीने के भीतर नए वार्डों में स्वच्छता को लेकर सभी व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश दिए। बता दें कि जनवरी से स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होना है। मौजूदा समय में निगम में 68 वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठान हो रहा है।