देहरादून। दून में गुरुवार की रात हुई भीषण बारिश से जन जीवन प्रभावित हो गया। नदी-नाले उफान पर आ गए और कई स्थानों पर घरों में पानी घुस गया। सौड़ा सरोली में भारी मात्रा में भूस्खलन होने से शहर को आने वाला मार्ग पूरी तरह बंद हो गया। जिससे सुबह के समय बड़ी संख्या में लोग यहां फंसे रहे। जेसीबी के माध्यम से घंटों बाद मार्ग को खोलकर यातायात सुचारू कराया गया।
इधर, शहर में कई सड़कों व पुस्तों को भी बारिश के कारण नुकसान पहुंचा है। कुछ इलाकों में नदी किनारे भू-कटाव से आवासीय भवनों को भी खतरा पैदा हो गया है। प्रेमनगर क्षेत्र में स्मिथनगर स्थित राघव विहार में भारी मात्रा में जलभराव हो गया। सामाजिक कार्यकर्त्ता रवि भाटिया ने कहा कि राघव विहार में घरों में जलभराव होने से क्षेत्रवासियों का सामान खराब हो गया। कालोनी की रोड जगह-जगह क्षतिग्रस्त है, जिसमें जलभराव होने से वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे हैं। कई स्थानों पर तो घुटनों तक पानी एकत्र हो जाता है। इसके अलावा आसपास की कई गलियां भी कीचड़ से पटी हैं।
उधर, दून में गुरुवार रात को लगभग सवा नौ बजे गरज के साथ तेज बारिश से पटेलनगर, आइएसबीटी, प्रिंस चौक, कारगी, बंजारावाला, रिस्पना, जोगीवाला, मोहकमपुर समेत कई इलाकों में बादल फटने जैसे हालात हो गए। यहां करीब मध्यरात्रि तक भारी बारिश जारी रही। इस दौरान इन क्षेत्रों में कुल 109 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा करनपुर क्षेत्र में 71 मिमी, वसंत विहार में 65 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। शहर के तमाम चौराहों पर जल भराव की स्थिति थी। रिस्पना, बिंदाल समेत सभी नदी-नाले उफान पर आ गए। आपदा प्रबंधन से लेकर जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम भी देर रात तक सक्रिय रही।
कांवली क्षेत्र के शास्त्रीनगर खाले के गुरुवार देर रात भारी बारिश के कारण उफनने से पानी व मलबा कई घरों में घुस गया। शुक्रवार सुबह प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे और जायजा लिया। उन्होंने जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार को हालात के बारे में अवगत कराया। उन्होंने आपदा प्रबंधन मद से प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाए कि नगर निगम लंबे समय से शास्त्रीनगर खाले की सफाई नहीं कर रहा है। जिस कारण उसमें कई फुट मिट्टी जम गई है। जिससे नाले का पानी सड़कों में बह रहा है।