देहरादून। देहरादून में इस बार का ऐतिहासिक श्री झंडा जी मेला पंचमी तिथि, दो अप्रैल 2021 को शुरू होगा। श्री झंडे जी के आरोहण व मेले के आयोजन को लेकर श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज ने तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने मेला प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए।
श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज ने अपने संदेश में सभी संगतों व श्रद्धालुओं के लिए कोरोना वायरस से बचाव की एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने मेले में सरकार की गाइडलाइन का पालन करने की अपील की है।
उल्लेखनीय है कि श्री गुरु राम राय महाराज की जयंती पर हर साल श्री दरबार साहिब देहरादून में श्री झंडे जी मेले का आयोजन किया जाता है। श्री गुरु राम राय महाराज का जन्म पंजाब के कीरतपुर (जिला होशियारपुर) में वर्ष 1646 में होली के पांचवें दिन चैत्रवदी पंचमी पर हुआ था। तब से हर साल संगतों द्वारा देहरादून में होली के पांचवें दिन (चैत्रवदी पंचमी) ऐतिहासिक श्री झंडे जी मेले का आयोजन किया जाता है।
इस साल जसवीर सिंह पुत्र सुरजीत सिंह निवासी जैलसिंह नगर, रोपड़, पंजाब को श्री झंडे जी पर दर्शनी गिलाफ चढ़ाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। श्री दरबार साहिब में आयोजित होने वाले देश विदेश से लाखों की संख्या में संगतें देहरादून पहुंचती हैं। श्री झंडे जी के आरोहण और मेले के आयोजन को लेकर मेला प्रबंधन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मेला अधिकारी केसी जुयाल ने बताया कि मेला आयोजन को लेकर संगतों व दूनवासियों में हर वर्ष की भांति हर्षाल्लास का माहौल है।
झंडे जी देहरादून के दरबार साहिब में स्थापित हैं। यहां हर साल आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ता है कि देखने वालों को भी आंखों पर यकीन नहीं होता। इस दरबार साहिब की स्थापना श्री गुरु राम राय जी ने की थी। औरंगजेब गुरु राम राय के काफी करीबी माने जाते थे। औरंगजेब ने ही महाराज को हिंदू पीर की उपाधि दी थी। गुरू राम राय जी ने देहरादून में आकर डेरा डाला था। तब इसे डेरा दून कहा जाता था। लेकिन बाद मे अब यह देहरादून के नाम से विश्व विख्यात हुआ। इसी जगह पर यहां दरबार साहिब बनाया गया और यहां झंडे की स्थापना की की गई।