देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के समक्ष मंगलवार को सचिवालय में पर्यटन से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया गया। प्रस्तुतीकरण में देहरादून मसूरी रोपवे, ऋषिकेश में प्रस्तावित पर्यटन योजनाओं के साथ ही मसूरी के जार्ज एवरेस्ट क्षेत्र में संचालित की जा रही योजनाओं का प्रस्तुतीकरण शामिल है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि देहरादून मसूरी रोप वे परियोजना राज्य के पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने सचिव आवास एवं उपाध्यक्ष एमडीडीए को इस परियोजना में आ रही कठिनाईयों के निराकरण के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यह योजना शीघ्र धरातल पर उतरे इसके लिए समेकित प्रयासों पर ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मसूरी के अलावा हरिद्वार ऋषिकेश पयटकों के साथ ही धार्मिक पर्यटन के भी प्रमुख केन्द्र है। इन क्षेत्रों में अपनी विशिष्टता वाली पर्यटन योजनाये राज्य के आर्थिक विकास में भी बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। पर्यटन हमारी आर्थिकी का महत्वपूर्ण आधार है। पर्यटन योजनाओं को शीघ्र धरातल पर लाये जाने के प्रयासों में तेजी लाने की बात भी उन्होंने कही।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि प्रदेश में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। रोपवे की योजना भी इसमें शामिल है। उन्होंने बताया कि जार्ज एवरेस्ट क्षेत्र में संचालित योजनाओं में उसके मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए निर्माण कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए एडीबी के माध्यम से 25 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हुई है।
इस अवसर पर सचिव वित्त सौजन्या, अपर सचिव पर्यटन सुश्री सौनिका, उपाध्यक्ष एमडीडीए रणवीर सिंह के साथ ही सम्बन्धित विभागों के अधिकारी एवं कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि उपस्थित थे।