देहरादून। पीठाधीश्वर श्री बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दिव्य दरबार रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्टेडियम के बजाए अब परेड ग्राउंड में लगेगा। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल होंगे।
पहले दरबार महाराणा प्रताप स्टेडियम में लगाने की योजना थी, लेकिन आगुंतकों व अनुयायियों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना के चलते कार्यक्रम स्थल में बदलाव किया गया है।
शाम चार बजे से रात 10 बजे तक होगा कार्यक्रम
त्योहारी सीजन में पहले ही शहर में भीड़भाड़ अधिक है। ऐसे में पुलिस के लिए यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। चार नवंबर को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का महादिव्य दरबार शाम चार बजे से रात 10 बजे तक लगेगा। यहां हजारों की संख्या में भीड़ जुटने की संभावना जताई जा रही है।
पार्किंग है बड़ी समस्या
महाराणा प्रताप स्टेडियम में जगह कम पड़ने के चलते अचानक कार्यक्रम स्थल में बदलाव किया गया है। ऐसे में पुलिस के सामने व्यवस्था बनाने में दोहरी चुनौती खड़ी हो गई है। परेड ग्राउंड के आसपास इतनी अधिक संख्या में वाहनों को पार्क करने की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में पुलिस इन वाहनों को कहां पार्क करेगी यह सबसे बड़ी चुनौती है।
वीकेंड पर पर्यटक भी उमड़ सकते हैं
दिव्य दरबार शनिवार को सजने जा रहा है। ऐसे में पर्यटक भी वीकेंड पर देहरादून घूमने आते हैं। ऐसे में पर्यटकों को बाहर से ही भेजना पुलिस के लिए मुश्किल रहेगा। इसके अलावा धनतेरस व दीपावली को लेकर भी शहर में भीड़ जुट रही है। कल शाम चार से रात 10 बजे तक आयोजन होना है, ऐसे में पुलिस के लिए यातायात व्यवस्था बनाना बड़ी चुनौती है।
वाहनों को बाहर ही करें पार्क
एसपी ट्रैफिक एसपी यातायात सर्वेश पंवार ने कहा कि परेड ग्राउंड के आसपास भीड़ भाड़ अधिक होने से जाम की समस्या बढ़ सकती है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि वह कार्यक्रम स्थल से बाहर ही अपने वाहनों को पार्क करें, ताकि जाम से बचा जा सके। उन्होंने कार्यक्रम में पहुंचने वाले शहरवासियों से भी अपील की है कि वह निजी वाहनों के बजाए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें।
अचानक कार्यक्रम स्थल बदलने से बढ़ी मुश्किलें
कार्यक्रम स्थल में अचानक किए गए बदलाव से पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इससे पहले शहर में कोई बड़ा कार्यक्रम होने पर पुलिस पहले ही यातायात प्लान तैयार करती थी। लेकिन इस बार परेड ग्राउंड पहुंचने वाले अनुयायियों की पहचान करना तक मुश्किल है। बताया जा रहा है कि आयोजकों की ओर से 1000 से अधिक वीआईपी पास जारी किए गए हैं। ऐसे में इतने वाहनों की पार्किंग व्यवस्था पुलिस को ग्राउंड के आसपास ही करनी पड़ेगी।