देहरादून। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में विभिन्न संगठनों ने देहरादून में बुधवार को भारत बंद का एलान किया है। इसी कड़ी में देहरादून में भी बंद रखने का आह्वान किया गया। शहर काजी मुहम्मद अहमद कासमी ने लोगों से विरोधस्वरूप अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की है। उधर, पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर शहर को पांच जोन और 11 सेक्टर में बांटा है।
सोशल मीडिया पर सीएए के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा और जन अधिकार पार्टी आदि की तरफ से 29 जनवरी को बंद के आह्वान का प्रचार चल रहा है। कई मुस्लिम संगठनों ने बंद का समर्थन किया है। इसे सफल बनाने को डोर-टू डोर संपर्क चल रहा है। देहरादून में तंजीम-ए-रहनुमा-ए-मिल्लत की तरफ से अनुरोध किया है कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में अपने कारोबार बंद कर दुआएं करे कि अल्लाह सरकार को इस काले कानून को वापस लेने की तौफीक दे।
इसी तरह शहर काजी मौलाना मुहम्मद अहमद कासमी की अपील सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। मौलाना कासमी की तरफ से सीएए को काला कानून बताते हुए अपने कारोबार बंद कर दुआ करने की अपील की है।
पीएसी की कई कंपनी भी लगाई
प्रस्तावित बंद को लेकर पुलिस ने व्यापक तैयारी की है। एसपी सिटी श्वेता चैबे ने अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद सुरक्षा का खाका तैयार किया है। उन्होंने बताया कि शहर को पांच जोन और 11 सेक्टरों में बांटा है।
सीओ जोनल और थाना प्रभारी सेक्टर प्रभारी होंगे। इसके अलावा पीएसी की कई कंपनी भी लगाई है। सूत्रों के मुताबिक इनामुल्ला बिल्डिंग, माजरा, आजाद कालोनी, मुस्लिम कालोनी, डिस्पेंसरी रोड आदि में बंद का असर नजर आएगा।
यदि कोई अपनी मर्जी से व्यापार बंद करना चाहता है तो वह कर सकता है। पुलिस का काम शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखना है। यदि कोई जबरन बाजार बंद कराने की कोशिश करेगा तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। थाना प्रभारियों को अपने-अपने इलाकों में प्रभावी गश्त के साथ हर छोटी बात को गंभीरता से लेकर कार्रवाई करने को कहा है।
-अरुण मोहन जोशी, डीआईजी