देहरादून। धान के भुगतान के मसले पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने दून स्थित अपने आवास पर आज धरने पर बैठने का एलान किया है। रावत के मुताबिक अभी बहुत से किसान धान खरीद का इंतजार कर रहे हैं, जबकि प्रदेश सरकार धान खरीद बंद करने का एलान कर रही है। कहा कि भारतीय खाद्य निगम के खरीद केंद्र दूर हैं, ऐसे में किसान औने पौने दामों पर धान बेचने को मजबूर हो रहे हैं।
इसी का विरोध जताते हुए रावत ने सोमवार को अपने आवास पर सांकेतिक उपवास पर रहने का भी एलान किया है। वहीं हरीश ने कोरोना संक्रमण के मामलों के बढ़ने पर चिंता जताते हुए अगले दस दिन के अपने कार्यक्रम सीमित रखने का भी इरादा जताया है। रावत के मुताबिक वे लोगों से मिलना जुलना कम करेंगेें और अन्य लोगों को भी यही सुझाव देंगे।
उधर, उनके सहयोगी सुरेंद्र अग्रवाल भी सोमवार को धरनेे पर बैठेंगे। सुरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक बीएसएनएल ने कई कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया और आदेश के बाद भी इन कर्मियों को नियुक्ति नहीं दे रहा है। इसी के विरोध में वे सोमवार को दर्शन लाल चैक स्थित अपने कार्यालय के बाहर धरने पर बैठेंगे। दोपहर बाद पूर्व सीएम हरीश रावत उनका उपवास तुड़वाएंगे।
हरीश समर्थकों की हाई कमान से शिकायत
विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम हरीश रावत को चेहरा बनाने के एलान से नाराज प्रीतम कैंप के कई नेताओं ने हाई कमान से शिकायत की हैै। इन लोगों का आरोप है कि पार्टी के अंदरूनी मसलों को सार्वजनिक किया जा रहा है। चुनाव में चेहरा कौन होगा, चुनाव कौन लड़वाएगा यह हाईकमान को तय करना चाहिए। इसकी जगह पूर्व सीएम हरीश रावत के कुछ समर्थक विधायक ही यह तय करने की कोशिश कर रहे हैं।