देहरादून। नशा मुक्ति केंद्र में हुई युवक की मौत के बाद परिजनों ने संचालक समेत पांच लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि युवक ने नशा मुक्ति केंद्र से भागने की कोशिश की थी। इसके बाद मारपीट की गई। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।घटना 24 अक्तूबर को लाइफ केयर फाउंडेशन रिहेब सेंटर में हुई थी। यहां भर्ती एक युवक की तबीयत खराब हुई तो उसे अस्पताल ले जाया गया था। वहां पर युवक को मृत घोषित कर दिया गया। युवक वहां पर तीन माह से भर्ती था। मामले में युवक के परिजनों ने संचालक और अन्य पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने सेंटर संचालक से बेटे को वापस ले जाने की बात कही थी, लेकिन मना कर दिया गया।
परिजनों से कहा गया कि युवक ने 21 अक्तूबर को भागने की कोशिश की थी। लिहाजा, उसे 10 दिन की सजा सुनाई जा रही है। मसलन, उसे 10 दिन तक यहीं रखा जाएगा। दो दिन बाद 24 अक्तूबर को फोन आया कि युवक का रक्तचाप बहुत कम हो गया है। इसलिए उसे घर लेकर जा रहे हैं। इसके बाद फिर फोन आया कि उसे रिहैब सेंटर ले जा रहे हैं वहीं पर आ जाओ। परिजन वहां पहुंचे तो देखा कि उनका बेटा एंबुलेंस में मृत पड़ा था। उसके शरीर पर मारपीट के निशान थे। इस मामले में उन्होंने निखिल चमोली, सचिन प्रताप, मेहताब अंसारी, शुभम और फैजल पर मारपीट कर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसएसआई नेहरू कॉलोनी शिवमोहन शाह ने बताया कि मृत्यु के कारणों का पता नहीं चल पाया था। पोस्टमार्टम के बाद चिकित्सकों की सलाह पर विसरा संरक्षित किया गया था। विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु के कारणों का पता चल सकेगा।