देहरादून। 2020 राज्य में चारधाम यात्रा शुरू होने के बावजूद रोडवेज को दूसरे दिन भी केदारनाथ-सोनप्रयाग और गंगोत्री जाने वाली बस के लिए कोई यात्री नहीं मिला। दूसरे दिन भी इन दोनों बसों को निरस्त करना पड़ा। हालांकि, बदरीनाथ के लिए दूसरे दिन 10 यात्रियों ने बस से यात्रा की। चारधाम के लिए निजी बसों का संचालन न होने पर रोडवेज ने ऋषिकेश बस अड्डे से पहले चरण में तीन धाम के लिए अपनी बसों का संचालन शुरू किया है। बदरीनाथ समेत केदारनाथ के सोनप्रयाग और गंगोत्री के लिए सुबह साढ़े पांच बजे से साढ़े छह बजे तक तीन बसें लगाई गई हैं। रोडवेज ने बुधवार से संचालन शुरू किया था, पहले दिन बदरीनाथ की बस में छह यात्री थे। गुरुवार को बदरीनाथ वाली बस जा सकी, जबकि शेष दोनों धाम के लिए यात्री न मिलने पर बसों को निरस्त करना पड़ा। रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि जल्द ही चारधाम के लिए बसों को पर्याप्त यात्री मिलने की उम्मीद है।
बदरी-केदार में 194, गंगोत्री में दस ने किए दर्शन
उत्तराखंड के लोगों को यात्र की अनुमति के बावजूद अभी अन्य जिलों से चारधाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या बेहद कम है। दूसरे दिन कुल 125 यात्रियों ने बदरीनाथ में दर्शन किए। इनमें सिर्फ 30 यात्री अन्य जिलों से थे। इसी तरह केदारनाथ धाम में दर्शन करने वाले 69 यात्रियों में 44 अन्य जिलों से थे। गंगोत्री धाम में उत्तरकाशी और टिहरी जिले के मात्र दस यात्रियों ने दर्शन किए, जबकि यमुनोत्री धाम में दूसरे दिन भी सन्नाटा पसरा रहा।
आठ दिन में गए 37 हजार यात्री
कोरोना लॉकडाउन के बाद 25 जून से दोबारा शुरू की रोडवेज बसों को शुरुआत में झटकों के बाद अब यात्रियो का सहारा मिलना शुरू हो गया है। बीते आठ दिन में रोडवेज ने कुल 949 बसों का संचालन कर 37106 यात्रियों को सफर कराया। इस दौरान रोडवेज को लगभग 41 लाख रुपये की आय हुई।
आठ दिन में गए 37 हजार यात्री
कोरोना लॉकडाउन के बाद 25 जून से दोबारा शुरू की रोडवेज बसों को शुरुआत में झटकों के बाद अब यात्रियों का सहारा मिलना शुरू हो गया है। बीते आठ दिन में रोडवेज ने कुल 949 बसों का संचालन कर 37106 यात्रियों को सफर कराया। हालांकि अभी केवल प्रदेश के अंदर ही बसें चलाईं जा रही हैं। इस दौरान रोडवेज को लगभग 41 लाख रुपये की आय हुई।
गुरुवार को प्रदेश में 167 बसों का संचालन हुआ और 7169 यात्रियों ने सफर किया। रोडवेज ने पहले दिन यानी 25 जून को 93 बसों का संचालन शुरू किया था, जो अब बढ़कर 167 पहुंच गया है। रोडवेज की पहले दिन आय केवल दो लाख रुपये थी, जो गुरुवार को बढ़कर 8.23 लाख रुपये हो चुकी है। अभी ऑनलाइन टिकट बुकिंग सेवा आरंभ नहीं हुई है। रोडवेज अधिकारियों को इसके शुरू होने पर यात्रियों की संख्या में इजाफा होने का अनुमान है।