देहरादून। उत्तराखंड में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में रुक-रुककर तेज बारिश हो रही है। इस बीच पहाड़ों में भूस्खलन के चलते सड़कें बंद होने से मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। जबकि, मैदानी इलाकों में भी जलभराव और सड़कें क्षतिग्रस्त होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने आज यानी शुक्रवार को भी पहाड़ों में भारी बारिश की आशंका जताई है।
पिछले एक सप्ताह से उत्तराखंड जोरदार बारिश का क्रम बना हुआ है। हालांकि, गढ़वाल में बारिश सामान्य से कम है, लेकिन देहरादून और कुमाऊं के अधिकांश भाग में भारी बारिश हो रही है। ऐसे में पहाड़ों पर लगातार दिक्कतें पेश आ रही हैं। प्रदेशभर में तीन दर्जन से मार्ग बाधित हैं। कुमाऊं में चीन सीमा से भी संपर्क कटा हुआ है। जबकि, कई जगह सड़कों पर पहाड़ी दरकने का भी सिलसिला बना हुआ है।
बीते दो दिन में प्रदेश में पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण दो मौत हो चुकी हैं। ऐसे में प्रशासन ने भी सभी को सतर्क रहने की सलाह दी है। दून में बीते 24 घंटे में 120 मिमी बारिश दर्ज की गई। जबकि, हल्द्वानी में भी 100 मिमी से अधिक बारिश हुई। उधर, नैनीताल में राजभवन मार्ग का करीब 20 मीटर हिस्सा बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया।
इससे विद्युत पोल को भी नुकसान पहुंचा और क्षेत्र में कई घंटे बत्ती गुल रही। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, अगले कुछ दिन उत्तरकाशी, पौड़ी, चमोली, नैनीताल समेत आसपास के क्षेत्रों में तेज बारिश हो सकती है। जबकि, कहीं-कहीं गरज के साथ बौछार पड़ने के आसार हैं।