देहरादून। गत 22 अगस्त को देहरादून के रानीपोखरी में जंगल में मृत मिली युवती की हत्या जौलीग्रांट अस्पताल के एक कर्मचारी ने की थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। युवती टिहरी जनपद की रहने वाली थी और नौकरी की तलाश में देहरादून आई थी। आरोपित का कहना है कि युवती नौकरी दिलाने का दबाव बना रही थी, इसलिए उसकी हत्या कर दी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस कर हत्यारोपित की गिरफ्तारी की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टिहरी के कुंडी पट्टी केमर निवासी एक व्यक्ति ने तीन सितंबर को डोईवाला कोतवाली में बेटी की गुमशुदगी की शिकायत की थी। जिसमें बताया कि आठ अगस्त को उनकी बेटी घर से जौलीग्रांट अस्पताल में नौकरी लगने की बात कह घर से देहरादून के लिए निकली थी। 14 अगस्त तक बेटी से उनकी बात हुई। इसके बाद से उसका फोन बंद है। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर युवती की तलाश शुरू की। इस बीच पता चला कि 22 अगस्त को रानीपोखरी थाना पुलिस को धारकोट रोड से कुछ दूरी पर जंगल में एक युवती का शव मिला था। शव के साथ मिली चप्पल, पाजेब व अन्य सामान के आधार पर पीड़ित ने मृतका की पहचान अपनी बेटी के रूप में की।
युवती की हत्या की आशंका को देखते हुए तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई। जांच टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक करने के साथ मुखबिरों को सक्रिय किया। साथ ही युवती के मोबाइल नंबर की काल डिटेल निकलवाई। इसमें गौतम पंवार निवासी चक चौबेवाला रानीपोखरी के नंबर पर सबसे ज्यादा बात होना पाया गया। संदेह के आधार पर पुलिस ने गौतम को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले वह युवती से मुलाकात नहीं होने की बात कहता रहा, मगर जब पुलिस ने सख्ती की तो उसकी हत्या की बात कबूल कर ली।
आरोपित बोला, नौकरी नहीं मिलने पर बदनाम करने की दे रही थी धमकी
आरोपित गौतम 25 वर्ष से जौलीग्रांट अस्पताल में कार्य कर रहा था। इसी जुलाई में युवती उसके संपर्क में आई थी। गौतम ने उसे जौलीग्रांट अस्पताल में नौकरी दिलाने की बात कही थी, लेकिन नौकरी दिला नहीं पाया। दूसरी तरफ, युवती लगातार उस पर नौकरी लगवाने के लिए दबाव बना रही थी। गौतम ने बताया कि उनके बीच शारीरिक संबंध भी बन गए थे। नौकरी नहीं मिलने की स्थिति में युवती इस बारे में सभी को बताने और अस्पताल में बदनाम करने की धमकी दे रही थी। इन्हीं सब वजहों के चलते उसने युवती की हत्या की योजना बनाई।
आरोपित 15 अगस्त को युवती को घुमाने के बहाने मोटरसाइकिल पर बिठाकर थानो से धारकोट रोड पर ले गया। वहां एक जगह आरोपित ने युवती की चुन्नी से ही उसका गला घोंट दिया और शव जंगल में फेंक दिया। पहचान छिपाने के लिए उसके कपड़े उतारकर एक बैग में डाल लिए। उस बैग को आरोपित ने भानियावाला से आगे जंगल में फेंका। युवती का फोन स्विच आफ कर सिम जंगल में ही फेंक दिया और फोन घर ले आया।