पटवारी भर्ती पेपर लीक में 35 सवालों के पेपर में आने की बात एसटीएफ ने पकड़ी थी, जिसके बाद अब एसआईटी इसकी विस्तार से जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, इन सवालों की संख्या और बढ़ सकती है। दरअसल, आयोग के अति गोपन विभाग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने 380 सवालों को बाहर भेजा था।
शुरुआती जांच में एसटीएफ ने पाया था कि जो पेपर प्रकाशित हुआ, उनमें से करीब 35 सवाल आए थे। इसी आधार पर आयोग ने परीक्षा रद्द कर दी थी। सूत्रों के मुताबिक, ऐसे सवालों की संख्या और बढ़ सकती है। अब एसआईटी की टीम सभी 380 सवालों का आयोग के पेपरों से मिलान कर रही है। इनमें से कुछ सवाल ऐसे हैं जो एसटीएफ और एसआईटी को हूबहू दिखे हैं। आगामी एक सप्ताह में इसकी स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है।
ऐसे सवाल हुए लीक, जिनकी पड़ताल करेगी एसआईटी
- टोंस किसकी सहायक नदी है।
- ब्रिटिश शासन के दौरान कुमाऊं में भूमि को क्या कहते थे?
- बदरिका खंड किस पुराण का अंश है?
- राज्य पुनर्गठन आयोग ने अपनी रिपोर्ट कब प्रस्तुत की थी?
- उत्तराखंड में तीलू रौतेली पुरस्कार किस क्षेत्र में दिया जाता है?
(सूत्रों के मुताबिक, जिन 380 सवालों को संजीव चतुर्वेदी ने लीक किया, यह उनमें से ही कुछ सवाल हैं।)
बढ़ सकती पेपर लीक का हिस्सा बनने वालों की संख्या
वैसे तो प्राथमिक तौर पर हुई जांच में एसटीएफ ने सात लोगों के खिलाफ पेपर लीक का मुकदमा दर्ज कराया है, लेकिन अभी शामिल लोगों की संख्या बढ़ सकती है। एसआईटी सोमवार से त्वरित गति से पेपर लीक प्रकरण की जांच आगे बढ़ाएगी। बताया जा रहा कि पेपर लीक में शामिल रहे लोगों, उम्मीदवारों की संख्या बढ़ सकती है। कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।