पत्नी के हाथ उठाने से वहशी बन गया था सौरभ: बेल्ट व तार से गला घोंटने के बाद चाकू से काटा, खून से लथपथ पत्नी के पास बच्चा लेटा कर हो गया था फरार

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नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में पत्नी का हत्यारा सौरभ पत्नी के हाथ उठाने से वहशी हो गया था। उसने पहले स्वाति (श्वेता) को बेड पर पटका फिर दोनों हाथों से गला घोंटने लगा। इसके बाद बच्चे की बेल्ट से गला घोंटने की प्रयास किया, लेकिन बेल्ट टूट गई। इसके बाद उसने बिजली के तार से गला घोंटा। इसके बाद भी स्वाति की सांसे नहीं थमी तो तो उसने चाकू से गला काट दिया। यह सारी बातें सोमवार को हत्यारोपी सौरभ ने खुद पुलिस के सामने कुबूल कीं।

इंस्पेक्टर नेहरू कॉलोनी प्रदीप चौहान के अनुसार सौरभ ने बताया कि वह सीएसडी कैंटीन में नौकरी करता था। श्वेता को एश्वर्य जीवन पसंद था, इसलिए वह लगातार पैसों की मांग करती थी। फरवरी में उसकी बहन की शादी है। इसके लिए उसने पांच लाख रुपये ब्याज पर लेने की योजना बनाई थी, लेकिन रुपये देने वाला उसे टाल रहा था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि परिवार आर्थिक तंगी में इतना था कि उसने तीन महीने से कमरे का किराया भी नहीं दिया था।

29 जनवरी की शाम को दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। स्वाति कहने लगी कि वह अगर उसे रानीहार मंगाकर देगा तो वह उसकी बहन की शादी में जाएगी, वरना नहीं। इस बात को लेकर वह नाराज हो गया। बातों-बातों में झगड़ा शुरू हुआ और श्वेता ने भी हाथ उठा दिया। इस बात पर वह और भड़क गया और बेडरूम में बेड पर पटक दिया। वहां उसने दोनों हाथों से उसका गला दबाया। उसके मुंह से झाग आने लगे। वह तड़प रही थी। लगा कि यह ऐसे नहीं मरेगी तो उसने अलमारी से बच्चे की बेल्ट उठाकर उसका गला घोंटना शुरू कर दिया, मगर यह बेल्ट टूट गई।

इसके बाद उसने प्रेस (आयरन) के तार से गला घोंटा। होंठ नीले पड़ गए, लेकिन वह मरी नहीं और तड़पने लगी। इस पर वह रसोई से चाकू उठाकर ले आया और गला काट दिया। स्वाति के गले से खून बह निकला। इसके बाद वह मुतमईन हो गया कि वह मर चुकी है। इसके बाद उसने अपने 10 माह के बच्चे को उठाया और उसके बगल में लेटा दिया। बच्ची ने शोर मचाना चाहा तो उसे भी मारने की कोशिश की, मगर वह बेहोश हो गई। इसके बाद वह स्कूटर से भाग गया।
मां को बताई थी पीटने की बात

अंतिम फोन स्वाति ने अपनी मां को किया था। उसकी मां ने सोमवार को पुलिस को बताया कि बेटी ने उससे शिकायत की थी कि सौरभ आज भी मारपीट कर रहा है। इस बात पर उन्होंने बेटी को ही समझाया और कहा कि शांत हो जाओ। दोनों आपस में बैठकर बात कर झगड़ा सुलझा लो, लेकिन अगली खबर यह आई कि स्वाति अब इस दुनिया में नहीं रही।

न्यायालय ने भेजा जेल 
पुलिस ने सौरभ को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। इंस्पेक्टर चौहान का कहना है कि आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का भी मुकदमा है। बच्ची का मेडिकल कराया गया है। उसमें घाव की पुष्टि हुई है।

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