देहरादून। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिवस को पराक्रम दिवस के तौर पर प्रदेश सरकार सैन्य धाम का शिलान्यास कर मनाया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शनिवार को देहरादून के पुरकुल गांव में सैन्य धाम की आधारशिला रखी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने बड़ी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद के परिजनों को मिलने वाली राशि के बढ़ोतरी की गई है। यह राशि 10 लाख से बढ़ाकर 15 लाख रुपए कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सैन्यधाम के लिए हर शहीद सैनिक के परिवार के घर के आंगन की मिट्टी लाई जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी सैन्य धाम की घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में पांचवें धाम के तौर पर सैन्य धाम की घोषणा की थी। जिसे साकार करने के लिए प्रदेश सरकार ने सैन्य धाम की स्थापना के लिए भूमि तलाशनी शुरू कर दी थी। मुख्यमंत्री के मुताबिक, सैन्य धाम के लिए भूमि और बजट की व्यवस्था हो गई है।
देश की रक्षा में बलिदान देने वाले वीर सपूतों के बारे में दी जाएगी जानकारी
राज्य स्तरीय सैन्य धाम में देश की आजादी के बाद देश की रक्षा में बलिदान देने वाले वीर सपूतों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा राज्य की गौरवशाली सैन्य परंपरा और अन्य जानकारियां भी सैन्य धाम में आम जन को उपलब्ध कराई जाएगी।
सैनिकों का हित हमारे लिए सर्वोपरि
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिकों का हित हमारे लिए सर्वोपरि है। सैनिकों और पूर्व सैनिकों की समस्याओं के समाधान के लिए शासन स्तर अपर मुख्य सचिव और जिला स्तर अपर जिलाधिकारी को नोडल अधिकारी तैनात किया है। सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों की समस्याओं के तत्काल समाधान के लिए सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
राज्यपाल ने सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि दी
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस आजाद हिंद फौज के संस्थापक होने के साथ ही भारत की स्वतंत्रता में अहम भूमिका निभाने वाले महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे।
केंद्र सरकार ने उनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। हम उनके आदर्शों को पूरा करने और एक सुदृढ़ भारत का निर्माण करने के लिए संकल्पबद्ध हैं।