भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ नेता राकेश टिकैत ने कहा कि उत्तराखंड सरकार पहाड़ के पानी का उपयोग पहाड़ के लिए नहीं कर रही है। पछवा दून दौरे पर आए राकेश टिकैत ने मंगलवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि पहाड़ की 60 प्रतिशत खेती आज भी बरसात पर निर्भर है जबकि नदियों के उद्गम स्थल पर्वतीय क्षेत्रों में ही हैं।
बावजूद इसके सरकार पहाड़ों में सिंचाई के साधन विकसित नहीं कर रही है जिससे किसान पलायन करने को मजबूर हो गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को अपने उत्पाद को बाजार तक पहुंचाने के लिए परिवहन सब्सिडी दी जानी चाहिए। प्रदेश में विलेज टूरिज्म पॉलिसी लागू कर गांव से पलायन को रोका जाना चाहिए।
किसी कानूनों के खिलाफ चले लंबे आंदोलन पर किसान नेता ने कहा कि आंदोलन के बाद से अब सरकारों की जुबान पर हरदम किसान और मूल शब्द आते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को बिचौलियों से बचाने के लिए नीति लागू की जानी जरूरी है।
किसान यूनियन में चल रहे विवाद को लेकर टिकैत ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन में कोई गुटबाजी नहीं है जिसके विचार नहीं मिल रहे हैं वह अलग जा रहा है। विचारधारा मिलनी जरूरी है ताकि सारे देश के किसान एक हैं।