देहरादून। पासपोर्ट बनाने के लिए एड्रेस और आईडी प्रूफ के रूप में राशन कार्ड भी मान्य होगा। विदेश मंत्रालय के आदेश पर उत्तराखंड क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने इस बारे में दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
अभी तक पासपोर्ट बनाने के लिए एड्रेस प्रूफ के रूप में ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, किरायानामा, गैस कनेक्शन, बिजली का बिल आदि मान्य होते थे। इसी तरह और आईडी प्रूफ के रूप में केंद्र और राज्य सरकार के मान्यता प्राप्त फोटो युक्त आई कार्ड मान्य होता था।
अब नए नियमों के तहत विदेश मंत्रालय ने राशन कार्ड को भी एड्रेस प्रूफ के रूप में मान्य कर दिया है। इसके अलावा सत्यापित फोटोयुक्त राशन कार्ड को आईडी प्रूफ के रूप में भी पासपोर्ट आवेदन के साथ लगाया जा सकता है। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ऋषि अंगरा ने बताया कि उत्तराखंड में भी इस नियम को लागू कर दिया गया है।
पुलिस क्लीयरेंस के लिए होगा सत्यापन
पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट (पीसीसी) के लिए अब फिर से पुलिस सत्यापन कराना होगा। पहले पूर्व में बने पासपोर्ट के आधार पर ही पासपोर्ट कार्यालय की ओर से पीसीसी जारी कर दी जाती थी। अब यह नियम भी बदल गया है।
पुराने पासपोर्ट से होगा जन्मतिथि का सत्यापन
विदेश मंत्रालय के पासपोर्ट विभाग ने दोबारा जारी होने वाले (री इश्यू) पासपोर्ट के आवेदन में जन्मतिथि के प्रमाण के नियमों में शिथिलता दी है। अब पुराने पासपोर्ट के आधार को ही जन्म प्रमाणपत्र के रूप में स्वीकार कर लिया जाएगा।
पब्लिक इंक्वायरी सिस्टम
विदेश मंत्रालय ने क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में 24 जून से पब्लिक इंक्वायरी सिस्टम खोलने के निर्देश दिए हैं। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ऋषि अंगरा ने बताया कि गत 22 मार्च को इसे बंद कर दिया गया था। अब इसे 24 जून को शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए पासपोर्ट इंडिया के वेबसाइट से प्रतिदिन के लिए 100 के बजाय 50 अप्वाइंटमेंट लिए जा सकेंगे।
तत्काल पासपोर्ट के लिए आवेदन शुरू
मंत्रालय के निर्देश पर मंगलवार से तत्काल पासपोर्ट के लिए आवेदन और बायोमीट्रिक सत्यापन भी शुरू कर दिया गया। इसके लिए सोमवार दोपहर बाद मंत्रालय के आदेश मिलते ही पासपोर्ट इंडिया की अधिकृत वेबसाइट पर अप्वाइंटमेंट का ऑप्शन खोल दिया गया।
तत्काल के लिए फिलहाल 15, पीसीसी के 15 और सामान्य आवेदन के लिए 180 अप्वाइंटमेंट प्रतिदिन खोले जाएंगे।
वीडियो कांफ्रेंसिंग से बात करेंगे विदेश मंत्री
पासपोर्ट दिवस पर 24 जून को विदेश मंत्री हर बार क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारियों को दिल्ली बुलाकर संबोधित करते रहे हैं। इस बार कोरोना संकट के मद्देनजर विदेश मंत्री सभी क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद करेंगे।