देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100 वें संस्करण को सुनने के लिए सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को रविवार की छुट्टी के बावजूद स्कूल जाना होगा। शिक्षा विभग ने रविवार की छुट्टी कैंसि करते हुए सभी छात्रों और शिक्षकों को स्कूल आने का फरमान जारी किया है।
डीजी-शिक्षा बंशीधर तिवारी के अनुसार मन की बात कार्यक्रम के जरिए पीएम बच्चों, अभिभावकों, शिक्षकों और स्कूलों के लिए अहम मार्गनिर्देशन दिया जाता है। यह कार्यक्रम खासकर बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए कल तीस अप्रैल को भी स्कूल संचालित करने का निर्णय किया गया है।
सूत्रों के अनुसार शनिवार दोपहर डीजी ने इस बाबत आदेश जारी किया। स्कूलों के निर्देश दिए गए हैं कि वो मन की बात कार्यक्रम के लिए टेलीविजन, एलईडी, वर्चुअल क्लास, स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर, लैपटाॅप आदि का इंतजाम कर लें। यदि इनका इंतजाम नहीं हो पाता तो मोबाइल के जरिए भी मन की बात कार्यक्रम से छात्र-छात्राओं को जोड़ा जा सकता है। कार्यक्रम का प्रसारण रविवार को सुबह 11 बजे आॅल इंडिया रेडियो, डीडी नेशनल, डीडी न्यूज आदि के माध्यम से प्रसारण होगा। विभाग के इस फैसले से शिक्षक हैरान हैं। उनका कहना है कि मन की बात कार्यक्रम को सभी लोग रूचिपूर्वक सुनते हैं। छात्र भी सुनते हैं, लेकिन स्कूल बुलाकर सुनाने का फरमान थोपने जैसा हो गया है।
मन की बात सुनी, इसका सुबूत भी देना होगा
शिक्षकों को अपने अपने स्कूलों में छात्रों को मन की बात कार्यक्रम सुनाने का सुबूत भी देना होगा। कार्यक्रम खत्म होने के बाद एक तय फार्मेट पर जानकारी देनी होगी। इसमें बताना होगा कि टेलीविजन, एलईडी, रेडियो आदि विभिन्न माध्यमों से कितने छात्रों ने कार्यक्रम देखा और सुना। कार्यक्रम सुनते वक्त का फोटो भी खींचकर विभाग को भेजना होगा।