देहरादून। पीजी (पोस्ट ग्रेजुएशन) करने के इच्छुक एमबीबीएस चिकित्सकों के लिए एक अच्छी खबर है। दून मेडिकल कालेज में अगले सत्र से पीजी के और विकल्प खुल सकते हैं। मेडिकल कालेज प्रशासन ने नेशनल मेडिकल कमीशन को विभिन्न विषयों की 18 सीट के लिए प्रस्ताव भेजा है। फिलहाल कालेज में पीजी की 31 सीट हैं।
दून और दून महिला अस्पताल को करीब छह साल पहले मेडिकल कालेज में तब्दील किया गया था। एमबीबीएस की 150 सीट के साथ कालेज की शुरुआत हुई। इसके साथ यहां सुविधाएं व संसाधन भी बढ़ते रहे। ऐसे में बीते साल यहां नान क्लीनिकल में एनाटामी, फीजियोलाजी समेत कुछ विषयों में पीजी भी शुरू हुई, लेकिन क्लीनिकल विषयों का विकल्प नहीं था। कालेज के प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना के अनुसार इस सत्र में छह विषयों की 14 सीट की मान्यता मिली है।
इसके अलावा मेडिसिन की चार सीट की मान्यता अभी लंबित है। अगले सत्र के लिए 18 सीट का प्रस्ताव भेज दिया गया है। एमबीबीएस की अभी 175 सीट हैं, जिसे बढ़ाकर 200 किया जाना है। इसका भी प्रस्ताव नेशनल मेडिकल कमीशन को भेज दिया गया है। कालेज में अब फैकल्टी और अन्य संसाधन पर्याप्त हैं। ऐसे में सीट बढ़ोतरी में कोई दिक्कत पेश नहीं आएगी। उनका ये भी कहना है कि अधिकाधिक क्लीनिकल विषयों में पीजी शुरू होने से युवाओं के लिए भी विकल्प बढ़ेंगे। इसके साथ ही भविष्य में विशेषज्ञ चिकित्सकों की संख्या में भी इजाफा होगा।
इन विषयों का भेजा प्रस्ताव
हड्डी रोग-3
नेत्र रोग-3
श्वास रोग-3
जनरल मेडिसिन-6
फारेंसिक मेडिसिन-3