देहरादून। पुलिस मुख्यालय में आयोजित पुलिस अधिकारी सम्मेलन में अधिकारियों ने भविष्य की कार्ययोजना पर अपने विचार रखे। साथ ही सामने आने वाली चुनौतियों को देखते हुए स्मार्ट पुलिसिंग पर जोर दिया गया। सम्मेलन के अंतिम दिन सेनानायक 40वीं वाहिनी, 31वीं वाहिनी, 46वी, वाहिनी, आइआरबी प्रथम, द्वितीय, प्रधानाचार्य एटीसी, पीटीसी, पुलिस अधीक्षक रेलवे, सेनानायक, एसडीआरएफ, पुलिस अधीक्षक एसटीएफ ने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से किए जा रहे कार्यों पर बात रखी। इस दौरान डीजीपी ने कहा कि पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की जवाबदेही तय होगी।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि हमें पब्लिक डिलीवरी बढ़ानी है और ऑपरेशनल और एडमिनिस्ट्रेशन दोनों तरफ अपना शत-प्रतिशत देना है। उत्तराखंड पुलिस को स्मार्ट और उसकी दक्षता बढ़ाने के लिए हमने बीते दो महीनों में एक टीम की तरह अच्छा काम किया है, जिसके सार्थक परिणाम देखने को मिले हैं। शासन स्तर पर भी पुलिस की प्रशंसा हुई है। उन्होंने कहा कि सभी की जवाबदेही तय की जाए, चाहे वह किसी भी रैंक का अधिकारी-कर्मचारी हो। अच्छा कार्य करने के लिए पुरस्कृत और कार्य में कोताही बरतने के लिए दंड का प्रविधान है। अपने कार्यक्षेत्र में अपराध नियंत्रण न कर पाने, कानून और शांति व्यवस्था कायम न रख पाने और पीड़ित की शिकायत न सुनने वालों पर कार्रवाई की जाए और उन्हें तत्काल हटाया जाए।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस की दक्षता को बढ़ाना पहली प्राथमिकता है। हम सभी लोकसेवक हैं। अपने दायित्वों का निर्वहन दृढ़ता, लेकिन विनम्रता के साथ पीड़ित को केंद्र में रखकर करें। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपने कार्य और आचरण में पारदर्शिता और ईमानदारी बनाए रखने, विभाग में स्वच्छ छवि, अनुशासन और अच्छी व्यवस्था बनाएं रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ व कनिष्ठ अधिकारियों से निरंतर संवाद बनाने रखने, अधीनस्थों को कार्य के अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जाए। बच्चों, महिलाओं के साथ ही कमजोर वर्गों के खिलाफ अपराधों में संवेदनशील होकर कार्य करने, जनता की शिकायतों के तुरंत निस्तारण करने के संबंध में अपने अधीनस्थों को समय-समय पर ब्रीफ किया जाए।
इस मौके पर पुलिस महानिरीक्षक कुंभ ने आगामी महाकुंभ मेले में यातायात प्रबंधन, भीड़ प्रबंधन, असामाजिक और राष्ट्र विरोधी तत्वों के संबंध में की गई तैयारियों और पुलिस व्यवस्था को लेकर प्रस्तुतिकरण दिया। इस दौरान अपर पुलिस महानिदेशक सीआइडी और पीएसी पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन अभिनव कुमार, आइजी पीएम अमित सिन्हा, आइजी कानून और व्यवस्था वी मुरुगेशन, आइजी कुंभ संजय गुंज्याल, एपी अंशुमान, पूरन सिंह रावत, पुष्पक ज्योति सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।