देहरादून । शुक्रवार से प्रकाश पर्व दिवाली की शुरुआत हो जाएगी। शुक्रवार को धनतेरस, शनिवार को नरक चौदस, रविवार को दिवाली, सोमवार को अन्नकूट व गोवर्धन पूजा और मंगलवार को भैयादूज है। पांचों त्योहारों का विशेष महत्व है।
मान्यता है कि धनतेरस पर खरीददारी जरूर करनी चाहिए फिर चाहें वह एक चम्मच ही खरीदें। प्रदोष काल में पूजा व अनुष्ठान करना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि धन्वन्तरि देवता जब प्रकट हुए थे तो उनके हाथों में अमृत से भरा कलश था। इसलिए ही इस अवसर पर बर्तन खरीदने की परंपरा है। मान्यता है कि इस दिन वस्तु खरीदने से उसमें तेरह गुणा वृद्धि होती है।
ज्योतिषाचार्य डॉ.सुशांतराज के अनुसार, 25 को त्रायोदशी में स्थिर लग्न में सुबह 7:08 मिनट से शुरू होकर 26 को दोपहर में 3:46 बजे तक रहेगी। इसके होने के कारण इस बीच की गयी खरीददारी शुभ और फलदायक होगी। उन्होंने बताया कि इस दिन धन्वन्तरि पूजन के लिये श्रेष्ठ मुहूर्त प्रदोष काल एवं वृष लग्न शाम 5:39 बजे से 8:47 बजे तक रहेगा।
राशि के अनुसार खरीदारी
मेष: सोने-चांदी की खरीदारी शुभ होगी। केमिकल, चमड़े और लोहे के काम करने से बचें। हनुमान जी को दीपक जलाएं। इससे परिवार में खुशहाली आएगी।
वृष: अनाज, कपड़ा, चांदी, दूध से बने पदार्थ वाहन, ऑटो पार्टस में निवेश करने से लाभ होगा। धनवंतरी की पूजा करें।
मिथुन: सोना, कपड़ा , स्टील और खाद्य सामग्री में निवेश करें। पीपल पर सरसों का तेल चढ़ाने भी सालों से अटके काम पूरे होंगे।
कर्क: श्वेत वस्त्र, मोती रत्न, खाद्य सामग्री, शेयर और फाइनेंस कंपनी में निवेश करना लाभकारी होगा। पूजा में पीले फूल रखें।
सिंह: कांस्य धातु, माणिक्य रत्न, इलेक्ट्रानिक सामान, सोना, खरीदा शुभ होगा। हनुमान जी को चमेली के तेल में दीपक जलाएं।
कन्या: हरा कपड़ा, पन्ना रत्न, शिक्षा, सोना, चमड़ से बने सामान खरीदना शुभ होगा। गणेश जी को लड्डू का भोग लगाए।
तुला: सोना-चांदी, कपड़ा, कोई भी जरूरत का यंत्र, खरीदना शुभ होगा। सूर्य को दूध का अर्घ्य दें।
वृश्चिक: किसी भी रत्न, सोना, चावल, खाद्य पदार्थ में निवेश करें। घर की देहली पर सरसों के तेल का दिया जलाएं।
धनु: सोना चांदी, रत्न कोई भी चीज खरीदें वो शुभ होगा। इमली का दान करने से रुके हुए काम बन जाएंगे।
मकर और कुंभ: अष्टधातु, स्टील, श्याम वस्त्र, वाहन, खरीदना शुभ रहेगा। दोनों ही राशि के लोग अदरक का दान करें।
मीन: अष्टधातु, पीला कपड़ा, सोना, चांदी, चावल आदि खरीदें। दुर्गा चालीसा का पाठ करने से रुके हुए काम पूरे होंगे।