देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का एक बयान गुरुवार को इंटरनेट मीडिया में तेजी से वायरल हुआ। इसमें वह कह रहे हैं कि कोरोना भी एक प्राणी है, उसे भी जीने का अधिकार है। हमें वायरस से दूरी बनाते हुए तेजी से चलना होगा, ताकि वह पीछे रह जाए। हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि यह एक दार्शनिक पक्ष है।
गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का यह बयान खासी चर्चा में रहा। दरअसल, उनसे कोरोना संक्रमण के संबंध में एक सवाल किया गया था। उन्होंने जवाब दिया कि कोई नहीं कह सकता है कि आगे स्थिति क्या होगी। जब वह दिल्ली से इलाज करा कर लौट रहे थे, तब भी उन्होंने मीडिया से कहा था कि एक दार्शनिक पक्ष यह है कि वायरस भी एक प्राणी है। हम भी एक प्राणी हैं, हम अपने आपको ज्यादा बुद्धिमान समझते हैं। वह प्राणी भी जीना चाहता है, उसे भी जीने का अधिकार है। हम उसके पीछे लगे हुए हैं। वह बचने के लिए रूप बदल रहा है और बहरूपिया हो गया है। इसलिए हमें इस वायरस से दूरी बना कर चलना पड़ेगा। वह भी चलता रहे, हम भी चलते रहें। हमें अपनी चाल तेज रखनी होगी, ताकि हम उस वायरस से आगे निकल सकें।