देहरादून। कोरोना संकट की वजह से अब तक बंद चार धाम यात्रा को लेकर सरकार, विपक्ष के निशाने पर आ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने इस मुद्दे पर सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि राज्य में सब कुछ खुला हुआ है। रैलियां हो रही हैं, यात्राएं भी खुली हैं। सत्तारूढ़ दल की जन सभाएं भी हो रही हैं, लेकिन केवल चार धाम यात्रा बंद है।
इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने चार धाम यात्रा के बहाने कुंभ को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि कुंभ में ऐसा काम हुआ कि उसकी आंच चार धाम यात्रा पर भी पड़ गई है। चार धाम यात्रा पर अपनी आजीविका के लिए निर्भर लोग आत्महत्या करने के कगार पर आ गए हैं। हाईकोर्ट में पक्ष रखने को सरकार तैयार नहीं है। रावत ने कहा कि 2014 में उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री बहुत नियंत्रित चार धाम यात्रा चलाई थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अतीत से सबक लेकर आगे बढ़ना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष प्रीतम भी समर्थन में उतरे
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने भी चार धाम यात्रा संचालित करने की पैरवी की है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा राज्य की आर्थिकी से जुड़ी है। सरकार कुंभ का आयोजन कर चुकी है। जन आशीर्वाद यात्राएं भी निकाल रही है। कोरोना की आड़ में चार धाम यात्रा को रोका नहीं जाना चाहिए। सरकार को सुरक्षित यात्रा के लिए बंदोबस्त करना चाहिए। कोरोना काल में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि जनता महंगाई की मार से त्रस्त है। किसानों के सामने संकट खड़ा है। ऐसे में कांग्रेस चुप नहीं बैठ सकती।