देहरादून। भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष एवं यमकेश्वर क्षेत्र से विधायक ऋतु खंडूड़ी को भाजपा अब विधानसभा की कोटद्वार सीट से टिकट दे सकती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार इस सिलसिले में लगभग सहमति बन चुकी है। कोटद्वार उन 11 सीटों में शामिल है, जिस पर भाजपा ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं। माना जा रहा कि पार्टी अपने इस कदम से एक तीर से दो निशाने साधेगी। खंडूड़ी को टिकट देने पर महिला मोर्चा में उभरा असंतोष तो दूर होगा ही, पार्टी कोटद्वार में सहानुभूति कार्ड खेलने का प्रयास भी करेगी।
भाजपा ने 20 जनवरी को विधानसभा की जिन 59 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए थे, उनमें यमकेश्वर से विधायक ऋतु खंडूड़ी का टिकट काट दिया गया था। यमकेश्वर में खड़ूड़ी की जगह पूर्व ब्लाक प्रमुख रेणु बिष्ट को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया गया है। पार्टी के इस निर्णय से महिला मोर्चा में असंतोष के सुर भी उभरे। ये बात प्रमुखता से उठ रही थी कि पार्टी ने एक दिन पहले भाजपा में शामिल हुई महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रहीं सरिता आर्य को तो टिकट दिया, लेकिन भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष का टिकट काट दिया गया।
भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारियों ने इस संबंध में भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय से मुलाकात की थी। तब उनके द्वारा आश्वस्त किया गया कि ऋतु खंडूड़ी के साथ पार्टी संगठन न्याय करेगा। पार्टी सूत्रों के अनुसार भाजपा इन दिनों फंसी हुई 11 सीटों पर प्रत्याशी चयन को माथापच्ची में जुटी है। इसमें कोटद्वार सीट से ऋतु खंडूड़ी को टिकट देने पर लगभग सहमति बन चुकी है। यद्यपि, यमकेश्वर से टिकट कटने पर विधायक ऋतु खंडूड़ी ने कहा था कि यह पार्टी का निर्णय है। वह किसी अन्य सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगी।
सूत्रों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी (सेनि) की पुत्री ऋतु खंडूड़ी को कोटद्वार से टिकट देकर पार्टी को वहां खंडूड़ी की विरासत का फायदा मिल सकता है। असल में वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में कोटद्वार सीट से तत्कालीन मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी चुनाव हार गए थे और इसी वजह से तब भाजपा की सरकार बनते-बनते रह गई थी। ऐसे में ऋतु खंडूड़ी को कोटद्वार से मैदान में उतारकर पार्टी सहानुभूति बटोरने का प्रयास भी करेगी। इसके अलावा पौड़ी जिले में पार्टी ने इस बार अब तक किसी ब्राहमण चेहरे को टिकट नहीं दिया है। खंडूड़ी को टिकट देकर यह विषय भी हल हो जाएगा।