देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुफ्त बिजली देने के नाम पर दिल्ली सरकार जनता से धोखा कर बिल वसूल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में बिजली बहुत महंगी है। इसके विपरीत उत्तराखंड में सभी श्रेणियों में बिजली की दरें काफी कम हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता की प्रवृत्ति मुफ्त खाने की नहीं है। यहां के लोग परिश्रमी व मेहनती हैं और वे अपनी मेहनत के बूते ही खाना पसंद करते हैं।
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मुफ्त बिजली का मुद्दा राज्य में भी गूंज रहा है। आम आदमी पार्टी ने इसे हवा देते हुए सत्ता में आने पर बिजली मुफ्त देने का वायदा किया है तो कांग्रेस भी ऐसा ही राग अलापने में पीछे नहीं है। इस सबके बीच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आम आदमी पार्टी को कठघरे में खड़ा किया।
त्रिवेंद्र ने कहा कि दिल्ली को जीएसटी से भारी-भरकम राजस्व मिलता है। इसके साथ ही अधिसंख्य विभागों का भार केंद्र सरकार वहन करती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सौ यूनिट बिजली फ्री की गई है, मगर वहां बिल 101-102 यूनिट के दिए जाते हैं। यह दिल्ली की जनता के साथ सरासर धोखा है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने फिर दोहराया कि कोरोना वैक्सीन की डबल डोज ले चुके व्यक्तियों के लिए चारधाम यात्रा खोली जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस बारे में अदालत से भी आग्रह किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में हफ्ते-10 दिन से कोरोना का कोई मामला नहीं आ रहा है और वे कोराना मुक्त हो गए हैं तो वहां के निवासियों को भी यात्रा की अनुमति दी जानी चाहिए।