देहरादून। हरिद्वार में गंगा की हर की पैड़ी को जोड़ने वाली धारा को नहर घोषित करने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के खेद जताने के बाद भाजपा ने उनके खिलाफ हमलावर तेवर अख्तियार किए हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रावत और कांग्रेस पार्टी जनता के पुराने अपराधी हैं। इनके पास माफी मांगने को लंबी फेहरिस्त है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भगत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रावत और कांग्रेस राज्य की जनता के घोर विरोधी रहे हैं। वैसे भी कांग्रेस ने हमेशा उत्तराखंड राज्य निर्माण का विरोध किया। उसके नेता यहां तक कहते थे कि उत्तराखंड उनकी लाश पर बनेगा। राज्य की लड़ाई के वक्त केंद्र में सत्तासीन कांग्रेस सरकार उप्र की सपा सरकार से मिली थी। सपा सरकार के दौरान ही मुजफ्फरनगर गोलीकांड हुआ। इसमें बड़ी संख्या में आंदोलनकारी शहीद हुए। माताओं, बहनों के साथ अपमानजनक व्यवहार हुआ और आंदोलन को कुचलने की कोशिश हुई। कांग्रेस को इस अपराध के लिए भी माफी मांगनी चाहिए।
रावत ने किया जनभावनाओं से खिलवाड़
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने भी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर निशाना साधा। महाराज ने एक वक्तव्य में कहा कि हरीश रावत के मुख्यमंत्रित्व काल में ही हर की पैड़ी स्थित गंगा की धारा को एक शासनादेश में नहर बताया गया। ऐसा करके रावत ने जहां गंगा में श्रद्धा और विश्वास रखने वाले असंख्य लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया, वहीं बिल्डरों को लाभ देने के लिए गंगा को नहर बताकर तिलांजलि देने का भी काम किया। महाराज ने कहा कि कांग्रेस नेता को समझना चाहिए कि गंगा को सभी माता कहकर बुलाते हैं।
गंगा पौराणिक काल से ही पूजनीय और अटूट आस्था का केंद्र रही है। गुणवत्ता के मामले में गंगा जल सभी नदियों में श्रेष्ठ होने के साथ सबसे शुद्ध है। उन्होंने कहा कि गंगा की धारा को कुछ लोगों के दबाव में आकर नहर घोषित कर कांग्रेस नेता रावत ने अक्षम्य अपराध किया है। महाराज ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से आग्रह किया है कि गंगा की महत्ता को देखते हुए नहर शब्द तत्काल हटाया जाए।