देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत प्रदेश में बढ़ती बेरोजगार के खिलाफ 11 सितंबर को देर शाम शंखनाद करेंगे। इसके बाद 12 सितंबर को वह अपने आवास पर उपवास भी करेंगे। आपको बता दें कि बेरोजगारी की समस्या को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी 12 सितंबर को प्रदेशव्यापी प्रदर्शन करेगी। देहरादून समेत सभी जिलों में नगर, ब्लॉक स्तर पर भी धरना दिया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी प्रदेश संगठन के इस कार्यक्रम के साथ जोड़ा है। हालांकि वह प्रदेश संगठन के कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगे, लेकिन अपने आवास से ही इस मुद्दे पर आवाज बुलंद करेंगे।
सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि वह 11 सितंबर को शाम 7.30 बजे अपने आवास के बाहर चबूतरे पर खड़े होकर बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर शंखनाद करेंगे। उन्होंने बेरोजगारों का आह्वान किया कि सरकार को सावधान करने के लिए शंखनाद करें। शंख उपलब्ध नहीं होने पर घंटी बजाएं। 12 सितंबर को वह अपने आवास पर उपवास पर बैठेंगे। उन्होंने बुद्धिजीवी संगठनों से बेरोजगारी के खिलाफ आंदोलन के लिए समर्थन मांगा।
सेवा से हटाए कार्मिकों की बहाली होः इंदिरा
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने सरकार से मांग की कि सेवा से हटाए गए उपनल के कर्मचारियों को तत्काल नौकरी में वापस लिया जाए। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है। अपने एक बयान में इंदिरा हृदयेश ने कहा कि सरकार एक ओर नई नौकरियों की बात कर जनता को भ्रमित कर रही है। वहीं, दूसरी ओर पहले से कार्यरत कर्मचारियों की लगातार छंटनी की जा रही है। उनका कहना है कि कोरोना काल में जिन कर्मचारियों को हटाया गया, पहले उनकी बहाली की जाए।