देहरादून। दून मेडिकल कालेज के पैरामेडिकल और नर्सिंग संवर्ग के विभागीय संविदा कर्मचारियों ने समायोजन की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार शुरु कर दिया है। वह नए ओपीडी भवन में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि पहले हमें समायोजित किया जाए और उसके बाद जो पद रिक्त रह जाते हैं उन पर भर्ती की जाए।
कर्मचारियों ने बताया कि दून मेडिकल कालेज में वर्ष 2016 से अब तक पैरामेडिकल और नर्सिंग संवर्ग के विभागीय संविदा कर्मचारी बिना किसी सर्विस ब्रेक के निरंतर सेवाएं दे रहे हैं। कोरोना महामारी में भी सबने जान जोखिम में डालकर मरीजों की सेवा की, जिसमें कई कर्मचारी कोरोना संक्रमित भी हुए। इन पांच सालों में न तो उन्हें पूरा वेतन दिया गया और न ही विभाग में समायोजन करने के लिए किसी ने सुध ली।
वहीं, चयन समस्त मानकों को ध्यान में रखते हुए उपयुक्त चयन प्रक्रिया के द्वारा मेरिट के आधार पर राज्य में लागू आरक्षण नीति का पालन करते हुए किया गया था। समायोजन व वेतन विसंगति निवारण के लिए अनेक बार शासन प्रशासन को पत्राचार के माध्यम से अनुरोध किया गया, लेकिन किसी ने भी समस्या का समाधान करने का प्रयास नहीं किया।
अब इन पदों पर सरकार ने नियमित भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसके कारण कर्मचारियों की नौकरी पर संकट खड़ा हो गया है। नियमित भर्ती करने से पहले किसी ने एक बार भी यह नहीं सोचा कि जो कर्मचारी पिछले पांच सालों से निरंतर विभाग को अपनी सेवाएं दे रहे हैं उनका क्या होगा।