प्रदेश के 22 हजार कर्मचारियों की सविदा खत्म,एक साथ बेरोजगार होने का खतरा।

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प्रदेश भर में उपनल कर्मचारियों का आज से कार्यबहिष्कार पर चले गये है ।22 हजार से अधिक उपनल कर्मचारी आज से कार्य बहिष्कार पर है।स्वास्थ्य विभाग , शिक्षा विभाग सहित दर्जनों विभागों में कार्यरत उपनल कर्मचारी कार्यबहिष्कार पर है।आपको बता दें कि 22 हजार सविदा कर्मचारियों की संविदा समाप्त होने को हैं ऐसे में एक समान मानदेय और समायोजन की  उपनल कर्मचारी मांग कर रहें हैं।एक साथ इतने कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से विभिन्न विभागों के कार्यो पर  असर पड़ेगा।प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल दून से ही 400 से अधिक कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया है जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर भी बुरा असर पड़ रहा है।

प्रदेश में पिछले काफी सालों से सविंदा पर काम कर रहे 22 हजार कर्मचारियों की सविदा खत्म हो रही है जिससे अब इन कर्मचारियों पर बेरोजगार होने का  खतरा मंडरा रहा है।अनेक विभागों में काम कर रहे सविंदा कर्मियों ने अपनी सविंदा बढाने के साथ समान काम समान वेतन के लिये आज से कार्य बहिष्कार कर दिया है जिसका काम काज पर बुरा असर देखने को मिल रहा है।राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल से ही बड़ी संख्या में में कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं।दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पीआरडी से लगे उपनल संविदा कर्मचारी भी हडताल पर चले गये है।कोविड काल मे लगे संविदा कर्मचारियों ने  हडताल कर दी है.
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से लेकर फार्मासिस्ट वार्डवाय दून मेडिकल कॉलेज और सरकार के खिलाफ दून मेडिकल अस्पताल में सुबह से  धरना प्रदर्शन कर रहें हैं
28 फरवरी को सभी संविदा कर्मचारियों की संविदा  खत्म हो रही हैं ऐसे में संविदा बढाऐ जाने को लेकर  धरना प्रदर्शन जारी है।कर्मचारियों के इस तरह कार्य बहिष्कार से अस्पताल में आनेवाले मरीजों को  भारी दिक्कतें हो रहीं हैं।आपको बता दें कि अकेले दून अस्पताल से ही 4 सौ से अधिक कर्मचारी धरने पर हैं उनका कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगें नही मानती वो दिन रात यहां प्रदर्शन करते रहेंगे।

 

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