स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक देहरादून, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिले में 101 मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। जबकि नौ मरीजों की मौत हुई है।
एम्स ऋषिकेेश, दून मेडिकल कालेज, मैक्स हास्पिटल, श्री महंत इन्दिरेश हॉस्पिटल, सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज, आरोग्य धाम हाॅस्पिटल, हिमालयन हाॅस्पिटल, कृष्णा हाॅस्पिटल, सिटी हार्ट, जेएलएन जिला अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चल रहा है।
जिला ब्लैक फंगस मरीज मौतें
देहरादून 97 08
ऊधमसिंह नगर 01 –
नैनीताल 03 01
कुल 101 09
आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में ब्लैक फंगस से हरिद्वार के एक मरीज की मौत हुई है। एम्स में अब तक ब्लैक फंगस से ग्रस्त छह मरीजों की मौत हो चुकी है। संस्थान में ब्लैक फंगस के 10 नए केस भी मिले हैं। एम्स में अब तक 74 कोविड संक्रमितों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है।
एम्स ऋषिकेश में ब्लैक फंगस से मरीजों की मौत का सिलसिला जारी है। हरिद्वार जिले के रुड़की निवासी 54 वर्षीय मरीज को एम्स में भर्ती कराया गया था। जांच के बाद मरीज में ब्लैक फंगस के संक्रमण मिला था। इसके बाद एम्स चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम ने मरीज को म्यूकोरमाइकोसिस केयर वार्ड में भर्ती कर उसका इलाज शुरू कर दिया था। रविवार को मरीज का स्वास्थ्य बिगड़ने से उसकी मौत हो गई।
एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि ब्लैक फंगस से संक्रमित एक मरीज की मौत हुई है। मरीज हरिद्वार के रुड़की क्षेत्र का निवासी है। हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि संस्थान में अब तक ब्लैक फंगस के 74 केस मिले हैं। इनमें से छह की मौत हो चुकी है। एक मरीज को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया था। म्यूकोरमाइकोसिस केयर वार्ड में वर्तमान में 67 मरीज भर्ती हैं।
हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में ब्लैक फंगस के दो नए केस मिले हैं। वहीं एक मरीज को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज भी किया गया है। अस्पताल में अब तक ब्लैक फंगस के 17 केस मिल चुके हैं। वहीं अस्पताल में बुधवार और शनिवार को ब्लैक फंगस से ग्रस्त दो मरीजों की मौत हुई थी।
हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट के नोडल अधिकारी डा. संजोए दास ने बताया कि अस्पताल में भर्ती दो मरीजों में जांच के बाद ब्लैक फंगस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। दोनों मरीजों को म्यूकोरमाइकोसिस केयर वार्ड में भर्ती किया गया है।
उन्होंने बताया कि ब्लैक फंगस के पांच मरीजों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज भी किया गया है। डॉ. संजोए दास ने बताया कि म्यूकोरमाइकोसिस केयर वार्ड में वर्तमान में 10 मरीज भर्ती हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम लगातार मरीजों की निगरानी और इलाज कर रही है।