प्रदेश में शीतलहर और बर्फबारी को देखते हुए 10वीं-12वीं के शिक्षकों की सर्दियों की छुट्टियां बहाल 

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उत्तराखंड में शीतकालीन छुट्टियों में कटौती से उदास शिक्षकों के चेहरों पर प्रदेश सरकार ने मुस्कान लौटा दी है। नए साल से ठीक एक दिन पहले सरकार ने प्रदेश में 10वीं एवं 12वीं की कक्षाओं के शिक्षकों का शीतकालीन अवकाश बहाल कर दिया। सरकार ने शीतलहर और पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी को इसकी वजह बताया है। पुराना आदेश निरस्त कर दिया गया है। बृहस्पतिवार को शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। शिक्षा सचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि प्रदेश के सरकारी और अशासकीय स्कूलों में छात्रहित में शीतकालीन अवकाश समाप्त करने का 24 दिसंबर 2020 को आदेश जारी किया गया था। लेकिन राज्य में शीतलहर एवं प्रदेश के अधिकतर पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी को देखते हुए 24 दिसंबर के आदेश को निरस्त कर दिया गया है ।

शिक्षा सचिव ने कहा कि शीतकालीन अवकाश की  व्यवस्था पहले की तरह रखी जाएगी। जबकि 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा को ध्यान में रखते हुए इन कक्षाओं का कोर्स पूरा करने के लिए अलग से कार्ययोजना के निर्देश किए जाएंगे। शिक्षकों ने शीतकालीन अवकाश बहाल होने पर खुशी जताई है।

वहीं, उच्च शिक्षा में इस बार पर्वतीय क्षेत्रों के महाविद्यालयों के अवकाश में 10 दिनों की कटौती की गई है। संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा के मुताबिक सर्दियों में काटी गईं छुट्टियां शिक्षकों की गर्मियों की छुट्टियों में जोड़ दी जाएंगी। प्रदेश में पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों के महाविद्यालयों में अलग-अलग अवकाश घोषित किया जाता है। पर्वतीय क्षेत्रों के महाविद्यालयों में 30 दिन का शीतकालीन अवकाश घोषित होता रहा है, लेकिन इस बार उन क्षेत्रों के महाविद्यालयों में 20 दिन का शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है।अवकाश कलेंडर वर्ष 2021 के लिए ही मान्य होगा। संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा पीके पाठक के मुताबिक पर्वतीय क्षेत्रों के महाविद्यालयों के अवकाश में जो कटौती की गई है, वो छुट्टियां गर्मियों की छुट्टियों में जोड़ी जाएंगी।

 

 

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