प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे को कांग्रेस ने निराशाजनक बताया है। पूर्व सीएम हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मौन व्रत रखकर अफसोस दिवस मनाया।
पीएम मोदी के उत्तराखंड दौरे पर कांग्रेस ने कई सवाल उठाए हैं। कांग्रेसियों ने विरोध करते हुए मौन व्रत रखकर राजधानी देहरादून के गांधी पार्क में धरना दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का बेरोजगार आस लगाए बैठा था कि पीएम बेरोजगारी वाले राज्य के लिए रोजगार की सौगात लेकर आएंगे। किसानों को उम्मीद थी कि बर्बरता के खिलाफ प्रधानमंत्री प्रायश्चित के रूप में दो शब्द जरूर कहेंगे। उत्तराखंड सरकार को गन्ने के मूल्य बढ़ाने और बकाया अदायगी के निर्देश देंगे, लेकिन पीएम ने किसानों के लिए कुछ नहीं कहा। तीर्थ पुरोहितों, चारधाम यात्रा, कर्मचारी, मजदूर, गृहणियों से जुड़े मसलों पर पीएम मोदी ने कोई घोषणा नहीं की।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उनका यह धरना किसानों को समर्पित है। हमारा मौन व्रत गांधी को समर्पित है सत्ता को सद्बुद्धि आए। दिल्ली में जो 10 महीने से संघर्ष कर रहे हैं, जिनकी खेती खतरे में है। जिनके परिवार खतरे में हैं। 600 लोगों ने अपनी शहादत दे दी है, काले कानूनों को वापस करने की मांग को लेकर कि लोकतांत्रिक अधिकार स्थापना के लिए उन किसानों को हमारा उपवास समर्पित है।