देहरादून। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ( ग्रुटा ) से जुड़े 18 सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों की प्राचार्य परिषद व शिक्षक संघ गुरुवार को ऑनलाइन बैठक करेंगे। बैठक में आगे आंदोलन की रणनीति पर विचार होगा। साथ ही राज्य सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री को सरकार की ओर से पारित अंब्रेला एक्ट से शिक्षकों के वेतन का मामला हटाने का विरोध करेंगे। प्राचार्य परिषद के अध्यक्ष प्रो. वीए बौड़ाई व महामंत्री डॉ. अजय सक्सेना ने इसकी पुष्टि की।
अशासकीय शिक्षक अनुदान राशि को जारी रखने की मांग को लेकर बुधवार को धरना दे चुके है। अशासकीय महाविद्यालयों के शिक्षक व कर्मचारी राज्य सरकार द्वारा लाए गए अंब्रेला विधेयक के प्राविधानों को लेकर विगत कई माह से विरोध कर रहे है। शिक्षक संघ राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री, सांसद सभी को ज्ञापन देकर अपने अधिकारों की रक्षा करने की अपील कर चुके है। प्रदेश के शिक्षक नाराज चल रहे हैं आज ग्रूटा धरना विरोध प्रदर्शन का आयोजित करने जा रहा है। जिसमें समस्त अशासकीय कॉलेजों के शिक्षक दो घंटे धरने पर बैठे, ताकि वह अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से उठा सकें और सरकार इस पर तत्काल सकारात्मक निर्णय लेने का दबाव बना सके। अशासकीय कॉलेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. बीपी सिंह व महामंत्री डॉ. डीके त्यागी ने बताया कि शिक्षकों के इस विषय को और प्रभावी तरीके से उठने का निर्णय लिया है। गुरुवार को ऑनलाइन बैठक होगी। जिसमें आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। दून में डीएवी, डीबीएस, एमकेपी, श्रीगुरु राम राय पीजी कॉलेज व डीआइटी के शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी विरोध में शामिल हैं।