देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र दिया है कि वह इस्तीफा देना चाहते हैं। सूत्रों के अनुसार, इसके पीछे की वजह संवैधानिक संकट पैदा होना बताई जा रही है। देहरादून में सचिवालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम तीरथ सिंह रावत ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई। बता दें कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात को उनके आवास पर पहुंचे थे। इससे पहले उन्होंने बुधवार रात को भी पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात की थी। आज देर शाम मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत दिल्ली से देहरादून अपने विशेष विमान से पहुंचे। सूत्रों के हवालों मिल जानकारी के अनुसार, विधायक दल की बैठक कल हो सकती है।
रात 9: 53 पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पत्र में कही ये बात
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पत्र में कहा हैं कि आर्टिकल 164-ए के हिसाब से उन्हें मुख्यमंत्री बनने के बाद छह माह में विधानसभा का सदस्य बनना था, लेकिन आर्टिकल 151 कहता हैं अगर विधान सभा चुनाव में एक वर्ष से कम का समय बचता हैं तों वहां पर उप-चुनाव नहीं कराए जा सकते हैं। उतराखंड में संवैधानिक संकट न खड़ा हो, इसलिए मैं मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना चाहता हूं। उत्तराखंड में अगले साल विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को दिल्ली तलब किया गया था। उनके अलावा दो भाजपा के वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज और धन सिंह रावत को भी दिल्ली बुलाया गया। इसके बाद से ही कहा जा रहा था कि उत्तराखंड में अहम बदलाव हो सकता है।