ऋषिकेश : हरिद्वार मार्ग गोविंद नगर स्थित अस्थाई ट्रेचिंग ग्राउंड में कूड़ा निस्तारण का कार्य बजट के अभाव में बंद हो गया है। शासन से बजट अवमुक्त करने की मांग को लेकर पार्षदों ने धरना शुरू कर दिया।
ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत एकत्रित होने वाले कूड़े का निस्तारण गोविंद नगर स्थित भूखंड पर किया जाता है। जहां कूड़े का पहाड़ बन गया है। नगर निगम की ओर से यहां मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर खोला गया है। वर्तमान में यह कार्य आकांक्षा फाउंडेशन नाम की संस्था को दिया गया था। कूड़ा निस्तारण के लिए संस्था को टेंडर स्वीकृत कर दिया गया था। नगर निगम की ओर से इन्हें एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
नगर निगम की मांग पर केंद्र सरकार की ओर से इस काम के लिए छह करोड़ रुपये मंजूर कर शहरी विकास विभाग को भेजा गया था। मुख्य अपर सचिव आनंद वर्धन एक माह पूर्व जब ऋषिकेश नगर निगम आए थे तो उन्होंने बैठक में इस धनराशि को शीघ्र मुक्त करने का आश्वासन दिया था, धनराशि अवमुक्त नहीं हुई।
ट्रेचिंग ग्राउंड में कूड़ा निस्तारण का काम देख रही आकांक्षा फाउंडेशन संस्था ने काम बंद कर दिया। जिससे कूड़े का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। बजट आवंटन की मांग को लेकर लंबे समय से मुखर पार्षदों में अब आंदोलन शुरू कर दिया है। ट्रेचिंग ग्राउंड के समीप हरिद्वार मार्ग पर पार्षद मंगलवार से धरने पर बैठ गए। उपस्थित पार्षदों ने कहा कि गंगा से 50 मीटर की दूरी पर ट्रेचिंग ग्राउंड बना है। कूड़े के पहाड़ से क्षेत्र में प्रदूषण और बीमारियां पनप रही है।
पार्षदों का कहना है कि 15 वें वित्त में नगर निगम के बजट में कोई वृद्धि नहीं की गई है। लीगेसी बेस्ट हेतु प्राप्त बजट शहरी विकास विभाग से अनुमोदन ना होने के कारण यह शासन स्तर पर लंबित है। इस कारण यह प्लांट बंद हो चुका है पार्षदों में चेतावनी दी कि यदि इस पर संज्ञान नहीं लिया जाता है तो जन सहयोग से आंदोलन को तेज किया जाएगा।
धरना देने वालों में पार्षद गुरविंदर सिंह गुर्री, राकेश सिंह मियां, अजीत सिंह गोल्डी, मनीष बनवाल, देवेंद्र प्रजापति, राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट, चेतन चौहान, विपिन पंत,भगवान सिंह पंवार, लव कंबोज शामिल रहे। एआइसीसी सदस्य जयेंद्र रमोला, पूर्व सभासद रामकुमार संगर, हरिओम वर्मा, कमल अरोड़ा, शैलेंद्र बिष्ट, दीपक जैन आदि ने धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलन को अपना समर्थन दिया।